भागलपुर मेडिकल काॅलेज में कोरोना जांच फिर होगी शुरू

भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल काॅलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में कोरोना की जांच एक बार फिर शुरू होगी. अब तक राज्य में 40782 सैंपलों की जांच की गयी है. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 15, 2020 12:48 AM

पटना : भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल काॅलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में कोरोना की जांच एक बार फिर शुरू होगी. अब तक राज्य में 40782 सैंपलों की जांच की गयी है. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. इधर, जेएलएनएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यदि शुक्रवार तक कार्टेज मिल जाता है, तो शनिवार से जांच शुरू हो जायेगी.कार्टेज खत्म होने से बंद हो गयी थी जांचजेएलएनएमसीएच के कल्चर एंड डीएसटी लैब में ट्यूबरक्लोसिस जांच वाली सीबी नेट मशीन के माध्यम से तीन मई से ही कोरोना की जांच शुरू की गयी थी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 307 कार्टेज उपलब्ध कराये गये थे, जो सोमवार को ही खत्म हो गये. इसके कारण वहां तीन दिनों से कोरोना जांच बंद थी.

फलस्वरूप भागलपुर, कटिहार, बांका समेत अन्य दूसरे जिलों के कोरोना के सैंपलों को जांच के लिए पटना के आरएमआरआइ भेजा जा रहा था.अमेरिका से होती है कार्टेज की सप्लाइसीबी नेट मशीन में लगने वाले कार्टेज की सप्लाइ भारत में अमेरिका से होती है. भागलपुर के जेएलएनएमसीएच को छोड़कर बाकी के छह केंद्रों पर कोरोना सैंपलों की जांच आरटीपीसीआर मशीन से होती है, जबकि भागलपुर में सीबी नेट मशीन से होती है. बिहार में प्रायः सभी जिलों के अस्पतालों में सीबी नेट मशीन मौजूद है, जिससे टीबी की जांच होती थी. यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग ने इस मशीन के माध्यम से बिहार के अन्य जिलों के भी कोरोना सैंपल की जांच शुरू कराने की बात कही है.आज 32 ट्रेनों से पहुंचेंगे 46 हजार से अधिक प्रवासीसूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि प्रवासी बिहारियों को लेकर शुक्रवार को 32 ट्रेनें राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंचेंगी. इनमें 46 हजार से अधिक प्रवासी पहुंचेंगे. गुरुवार को 34 ट्रेनों से करीब 51 हजार प्रवासी बिहार आये. उन्होंने बताया कि प्रवासियों के लिए प्रखंड स्तर पर बने क्वारेंटिन सेंटरों की संख्या 4671 हो गयी है, जहां सवा दो लाख से अधिक लोगों को ठहराया गया है. पंचायत स्तर पर अब भी 680 क्वारेंटिन सेंटर चलाये जा रहे हैं, जिनमें साढ़े 11 हजार लोग रह रहे हैं. दो लाख से अधिक विभिन्न सरकारी नंबरों पर काॅल और मैसेज आये. इनसे फीडबैक लेकर लाखों लोगों को सहायता पहुंचायी जा रही है.

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