कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर की चपेट में पड़ा बिहार अभी किसी तरह इससे बाहर निकलने में सफल हुआ ही है कि नये खतरे ने सामने दस्तक दे दी है. राज्य की सीमा से सटे जिले में आये नये खतरे ने बिहार की भी चिंताए बढ़ा दी है. दरअसल उत्तर प्रदेश का देवरिया जिले बिहार की सीमा से सटा हुआ है. यहां कोरोना के डेल्टा प्लस और कप्पा वैरिएंट ने दस्तक दे दी है. इन वेरियेंटों को बेहद खतरनाक माना जाता है.
बिहार से मात्र 50 किलोमीटर के करीब स्थित यूपी का देवरिया जिले में नये संकट से हड़कंप मचा हुआ है. देशभर में कोरोना के जिन नये वेरियेंट को लेकर दशहत मची हुई है उसने देवरिया में दस्तक दे दी है. जिसके कारण बिहार को भी अब सावधान रहने की जरूरत है. देवरिया और गोरखपुर से ट्रेन, बस व निजी वाहनों से बड़ी संख्या में लोगों का रोजाना पटना व बिहार के अन्य जिलों में आना-जाना लगा रहता है. जिसके कारण संक्रमण का बिहार में भी फैलाव हो सकता है.
देवरिया में एक वृद्ध की मौत इस नये डेल्टा प्लस वैरिएंट के चपेट में पड़ने से हो गई. गोरखपुर में एक मेडिकल छात्रा में डेल्टा प्लस वैरिएंट व एक अन्य व्यक्ति में कोरोना का नया वैरिएंट कप्पा भी पाया गया है. बिहार को इससे सतर्क रहने की जरूरत है. शुरूआती दौर में ही सीमा पर इसे लेकर खास इंतजाम करने की जरूरत है. वहीं ट्रेन, बस या अन्य वाहनों से आने वाले लोगों की जांच वगैरह भी अब जरूरी दिखने लगी है. एक छोटी सी लापरवाही पूरे राज्य के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ इसमें कोरोना की जांच के साथ जेनेटिक सीक्वेंसिंग कराना भी जरूरी समझते हैं.
बता दें कि पटना जिले में कोरोना के मामले अब काफी कम हो गये हैं. पिछले कुछ दिनों से ट्रेंड ऐसा रहा है कि मामले अब 20 के अंदर चल रहे हैं. गुरुवार को भी जिले में कोरोना के सिर्फ 15 नये मामले दर्ज किये गये, जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या भी जिले में 191 हो गयी है. पांच मरीज स्वस्थ हुए हैं. देखा जाये तो पिछले कई दिनों से पटना में कोरोना के मामले तेज गति से कम हो रहे हैं. मौत का ग्राफ भी नीचे जा रहा है.
Posted By: Thakur Shaktilochan