बिहार के सभी जिलों में शुरू हुई कोरोना की जांच, बढ़ी टेस्टिंग कैपेसिटी
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार में कोरोना को पराजित करने का सिलसिला जारी है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को एक दिन में सर्वाधिक 374 मरीजों ने कोरोना पर जीत हासिल की है. सूबे में कोरोना की जांच सभी 38 जिले के 47 केंद्रों पर की जा रही है.
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार में कोरोना को पराजित करने का सिलसिला जारी है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को एक दिन में सर्वाधिक 374 मरीजों ने कोरोना पर जीत हासिल की है. अब तक राज्य के कुल 77.5 फीसदी कोरोना पॉजिटिव मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं. इधर स्वास्थ्य विभाग का 40 हजार आईसोलेशन बेड बनाने का लक्ष्य था. विभाग ने लक्ष्य से आगे अभी तक 41 हजार से अघिक आइसोलेशन वार्ड बनाया है. सूबे में कोरोना की जांच सभी 38 जिले के 47 केंद्रों पर की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बिहार में औसतन 10 से 11 दिनों में कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हो रहे हैं. यह बड़ी उपलब्धि है. अभी तक कुल 85 फीसदी पुरुष और 15 फीसदी महिला मरीज कोरोना से संक्रमित हुए. 21 वर्ष से 40 वर्ष की आयु वाले 60 फीसदी मरीज हैं जबकि प्रति दस लाख लोगों पर देश में मृत्यु दर जहां 11 है, वहीं बिहार में केवल 0.45 फीसदी है. अभी तक 56 मरीजों की मृत्यु हुई है, जिसमें 53 पुरूष एवं तीन महिलाएं शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीजों की संख्या 92 फीसदी है, तो महज आठ फीसदी लक्षण वाले सिम्पटोमेटिक मरीज हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पटना के आरएमआरआइ में कोबास मशीन से भी जांच शुरू हो गयी है. इस मशीन की क्षमता एक दिन में 1000 से 1200 जांच करने की है. उन्होंने बताया कि कुल संक्रमित मरीजों में 91 फीसदी मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से एवं नौ फीसदी मरीज शहरी क्षेत्रों के हैं. संपूर्ण देश में जहां संक्रमित मरीजों में से तीन फीसदी मरीजों की मृत्यु हो रही है, वहीं बिहार में केवल 0.67 फीसदी मरीजों की मृत्यु हो रही है. पूरे देश में प्रति दस लाख लोगों में से 325 मरीज हैं, जबकि बिहार में प्रति दस लाख लोगों में केवल 68 संक्रमित हैं.