पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लोगों की जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच की गति को तेज कर दी है. रविवार से राज्य में कोरोना संक्रमितों की जांच रैपिड एंटीजन किट से शुरू कर दी जायेगी. इससे आधे घंटे में जांच की रिपोर्ट मिल जायेगी. इसके आधार संक्रमितों के इलाज की प्रक्रिया आरंभ की जायेगी.
स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. सभी जिलों को रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से जांच का प्रशिक्षण शनिवार को ऑनलाइन दिया गया. साथ ही जिलों को 33 हजार किट भी उपलब्ध करा दी गयी है. विभिन्न वेयर हाउसों में रखे गये 17 हजार किट भी जल्द जिलों को उपलब्ध करा दी जायेगी.
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने निदेश जारी किया है. सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के 50 प्रतिशत बेड को कोरोना पॉजिटिवों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड के रूप में चिह्नित कराया गया है. पॉजिटिव पाये मरीजों को आसानी से संबंधित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भर्ती कर इलाज कराया जायेगा.
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि रैपिड एंटिजन किट से जांच होने पर रिपोर्ट महज 15 से 30 मिनट के बीच आ जायेगी. किसी भी संक्रमित को जांच कराने के लिए लैब आने की जरूरत नहीं होगी. आइसीएमआर ने भी इस दिशा में राज्य सरकार को कदम उठाने को लेकर पत्र लिखा था.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने जिलों में रैपिड एंटीजन किट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी बीएमएसआइसीएल को दी है. बीएमएसआइसीएल ने जिलों को किट उपलब्ध भी करा दिया है. किट से एक दिन में हजारों सैंपलों की जांच अब संभव हो जायेगी. अभी तक राज्य में कोरोना पॉजिटिव की जांच आरटी पीसीआर मशीन से की जा रही है. सैंपल लेने से लेकर जांच रिपोर्ट आने तक चार-पांच दिन का समय लग जा रहा है.
Posted By : Kaushal Kishor