Covid Vaccination: नये साल में बिहार के किशोरों को लगेगा कोरोना वैक्सीन का डोज, जानिये क्या है तैयारी…
बिहार में अब 15 से 18 साल उम्र के किशोर-किशोरियों को कोरोना वैक्सीन का डोज देने की तैयारी शुरू हो गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उम्र के किशोरों को टीका देने की घोषणा कर दी है. जिसके बाद अब बिहार में इसे लेकर तैयारी तेज हो गयी है.
आनंद तिवारी, पटना: कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण के बीच किशोरों को टीका लगाये जाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले के बाद पटना जिले वासियों राहत मिली है. तीन जनवरी से 15 से 18 साल तक के बच्चों को टीका लगाये जाने का फैसला सरकार ने लिया है, उससे पटना जिले में करीब चार से पांच लाख किशोरों को टीके के रूप में सुरक्षा कवच मिलेगा. इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मियों को प्रिकॉशन डोज के फैसले से सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ को मिलाकर करीब 25 हजार से अधिक लोगों को भी संक्रमण के खतरे से बचाव हो सकेगा. हालांकि बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाये जाने के तरीके को लेकर माता-पिता थोड़े ऊहाफोह की स्थिति में हैं.
वैक्सीन स्कूलों में लगेगी या सेंटर्स पर?
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी के अनुसार वैक्सीन कैसे लगेगी? रजिस्ट्रेशन की क्या प्रक्रिया होगी. बच्चों को टीका लगाएं जाने के तरीके को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है. अगर मौजूदा सेंटर्स पर बच्चों को वैक्सीन लगती है तो उन्हें बड़ों के साथ ही खड़ा होना होगा या नहीं. साथ ही स्कूलों में भी वैक्सीनेशन की व्यवस्था करने की चर्चा है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक एलान नहीं हुआ है.
वैक्सीन लगाये जाने की तैयारी पर आज होगी बैठक
जानकारों की माने तो रविवार को उच्च अधिकारियों ने जूम मीटिंग पर वैक्सीन लगाने को लेकर चर्चा की. माना जा रहा है कि सोमवार को विभाग में बैठक कर वैक्सीन लगाये जाने की योजना बनायी जायेगी और इस दिशा में काम शुरू हो जायेगा. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि रविवार को छुट्टी होने की वजह से अधिकारी बैठक नहीं हो पायी, सोमवार को बैठक कर नये तरीके से रणनीति बनायी जायेगी.
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टीका को लेकर एक्सपर्ट डॉक्टरों ने क्या कहा
– सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण एक बहुत ही अहम कड़ी है. नये साल में प्रधानमंत्री ने बच्चों के साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को प्रिकॉशन डोज लगवाने का फैसला लेकर बड़ी सौगात दी है.
– आइएमए बिहार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में मरीजों की सेवा के दौरान बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हुए. ऐसे में संभावित तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को प्रिकॉशन डोज लगाने का पीएम का फैसला स्वागत योग्य है.
– आइजीआइसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एनके अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर का जिस तरह से खतरा बढ़ रहा है, उससे 15 से 18 साल तक वाले बच्चों को टीका लगाये जाने का फैसला सरकार ने सही समय पर लिया है. टीका के बाद भी सावधानी बरतनी होगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan