Corona Vaccine: ट्रायल सुरक्षित है, यह बताने के लिए पटना एम्स की डॉक्टर ने खुद ली कोरोना वैक्सीन

पटना एम्स में कोरोना वैक्सीन(corona vaccine) के तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है. इसमें शनिवार को भाग लेने के लिए 18 वॉलेंटियर आगे आये. इन्होंने वैक्सीन की पहली डोज लेकर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभायी है. शनिवार को वैक्सीन लेने वालों में पटना एम्स की सीनियर डॉक्टर भी शामिल थी. यहां के प्लास्टिक सर्जरी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ वीणा सिंह ने कोरोना की को-वैक्सीन ली है. उन्होंने आम लोगों को इस ट्रायल के प्रति जागरूक करने के लिए और यह बताने के लिए कि ट्रायल वैक्सीन सुरक्षित है, इसे खुद लगवायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 20, 2020 6:19 AM

पटना एम्स में कोरोना वैक्सीन(corona vaccine) के तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है. इसमें शनिवार को भाग लेने के लिए 18 वॉलेंटियर आगे आये. इन्होंने वैक्सीन की पहली डोज लेकर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभायी है. शनिवार को वैक्सीन लेने वालों में पटना एम्स की सीनियर डॉक्टर भी शामिल थी. यहां के प्लास्टिक सर्जरी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ वीणा सिंह ने कोरोना की को-वैक्सीन ली है. उन्होंने आम लोगों को इस ट्रायल के प्रति जागरूक करने के लिए और यह बताने के लिए कि ट्रायल वैक्सीन सुरक्षित है, इसे खुद लगवायी है.

कोरोना की यह ट्रायल वैक्सीन पटना एम्स में करीब एक हजार लोगों को दी जानी है. इसके दो चरण पूरी तरह से सफल रहे हैं. तीसरे चरण में अब तक 159 लोगों को यह वैक्सीन दी जा चुकी है. वैक्सीन लेने के लिए आने वाले वॉलेंटियरों को एम्स की तरफ से यात्रा भत्ते के तौर पर 750 रुपये भी दिये जाते हैं. 18 वर्ष से अधिक का कोई भी व्यक्ति इसे ले सकता है. अब तक जिन लोगों ने भी इसे लिया है, उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी परेशानी नहीं हुई है.

सुबह 11 बजे वैक्सीन लेने के बाद डॉ वीणा ने एम्स में अपना रूटीन काम भी किया है. इस संबंध में डॉ वीणा सिंह ने बताया कि वैक्सीन लेने के बाद उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई. उन्होंने रोजाना की तरह शनिवार को भी एम्स में अपने काम किये हैं. कोई दर्द या तकलीफ नहीं हुई. चंद मिनटों में यह बेहद आसान तरीके से एक सामान्य इंजेक्शन की तरह ही दी जाती है.

Also Read: कोरोनाकाल में बिहार चुनाव बना नजीर, बिहार के अधिकारी देंगे बंगाल,तमिलनाडु व अन्य राज्यों को प्रशिक्षण

पूर्व में इसके दो चरण कामयाब रहे हैं, इसलिए तीसरा चरण काफी हद तक सुरक्षित माना जा रहा है. डॉ वीणा ने कहा कि मैं बतौर डॉक्टर वैक्सीन को समझती हूं और इसे सुरक्षित पाने के बाद खुद पर ट्रायल किया है. ऐसे में मैं दूसरे लोगों से भी अपील करती हूं कि वे भी कोरोना वैक्सीन के ट्रायल का हिस्सा बने.

Posted By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version