पड़ोसी देश चीन में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए अब केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक अलर्ट मोड में आ गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही सभी राज्यों के सीएम भी कोरोना को लेकर बैठक कर रहे हैं. बिहार के स्वास्थ्य विभाग के यापार मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भी गुरुवार को अस्पतालों की समीक्षा की.
राज्य में अब जनवरी से तीन अस्पतालों में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा उपलब्ध होने जा रही है. आइजीआइएमएस पटना के अलावा अब आरएमआरआइ पटना और एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में भी जीनोम सिक्वेंसिंग होगी. फिलहाल बिहार में कोरोना के नये संक्रमितों की संख्या शून्य पायी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से भविष्य की चुनौतियों को निबटने के लिए सभी अस्पतालों की सुविधाओं की गुरुवार को समीक्षा की गयी.
कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर बिहार की स्थिति सामान्य बनी हुई है. भविष्य में किसी तरह की कोरोना को लेकर आनेवाली किसी भी तरह की चुनौती से निबटने को लेकर गुरुवार को अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों, एम्स के निदेशक, आरएमआरआइ के निदेशक और सभी सिविल सर्जनों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की एक बार फिर समीक्षा की.
समीक्षा बैठक के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में कोरोना की स्थिति बिल्कुल ही सामान्य बनी हुई है. अपर मुख्य सचिव ने राज्य के सभी अस्पतालों से ऑक्सीजन बेड सपोर्ट सिस्टम की, पीएसए प्लांट, चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ, दवाओं सहित सभी मामलों की समीक्षा की.
Also Read: कोविड के नये स्ट्रेन को लेकर बिहार सरकार अलर्ट, जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के लिए दिए निर्देश
सहरसा व भागलपुर सहित कुछ जिलों में पीएस प्लांट में कुछ तकनीकी बाधा को भी दूर करने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि राज्य में विभाग की ओर से कोई विशेष निर्देश नहीं दिया गया है. जिलाधिकारी अपने स्तर से किसी प्रकार की पहल कर रहे हैं तो यह सराहनीय काम है. आम जनता अपने स्तर से एहतियात बरत रही है वह पर्याप्त है. अगली बैठक 28 दिसंबर को होगी.