कोरोना का खौफ: सासाराम में मीट-मछली की बिक्री पर 15 दिनों के लिए लगी रोक
15 दिनों के लिए प्रखंड के मुर्गा, मटन व मछली विक्रेताओं को अपनी दुकानें बंद करने के लिये की गयी अपील
सासाराम: देश के 13 राज्यों में पैर पसारने वाला कोरोना वायरस का प्रकोप देखते हुए बिहार के सासाराम जिले के रोहतास प्रशासन ने पूरी तरीके से सोमवार से मीट- मछली की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. अंचलाधिकारी विकास कुमार ने मुर्गा व्यवसायी, मीट व्यवसायी, मटन व्यवसायी एवं जनप्रतिनिधियों को सूचित कर बैठक बुलायी है और उसमें यह निर्णय लेने की बात कही है कि 15 दिनों के लिए प्रखंड के मुर्गा, मटन व मछली विक्रेताओं को अपनी दुकानें बंद करने के लिए कही जायेगी और करोना वायरस को प्रखंड में पैर नहीं पसारने के लिए आवश्यक कदम उठायेगी, वहीं थाना अध्यक्ष सम्राट सिंह ने अपने चौकीदारों को परेड करा कर यह आदेश दिया है कि थाना अंतर्गत जितने भी गांव हैं, उसमें विदेशों से आये हुए लोगों की तुरंत हॉस्पिटल एवं थाना को सूचना दें और उन्हें एहतियात के तौर पर उनकी जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकबरपुर में कराने के लिए लेकर आवे और वैसे हर व्यक्ति पर नजर रखें जो विदेशों से अपने घर पर हाल के दिनों में आये हुए हैं. आम लोगों से भी आग्रह किया है कि लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दें और तरीका बताएं.
कोरोना से बचाव के लिये शिक्षक करेंगे लोगों को जागरूक
सासाराम जिले के नियोजित शिक्षक बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले आगामी 31 मार्च तक जनजागरुकता अभियान चलायेंगे. इस दौरान वह लोगों को तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी देंगे और इससे बचाव व इसके फैलने के कारणों को बतायेंगे. साथ ही साथ विगत 17 फरवरी से चल रहे अनिश्चितकालीन हड़ताल के करने की वजह व सरकार के नकारात्मक रवैया की भी जानकारी लोगों को देंगे. इसको ले समिति के बैनर तले नियोजित शिक्षकों ने रविवार को संघ कार्यालय में बैठक की, जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मंडल के सदस्य ललन राय ने किया तथा संचालन अध्यक्ष मंडल सदस्य संतोष कुमार सिंह ने किया. राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर सभी हड़ताली शिक्षक प्रखंड, पंचायत व वार्ड स्तर पर 31मार्च तक कोरोना के बचाव के लिए जनजागरण अभियान चलायेंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कोरोना वायरस के बारे में लोगों को जानकारी देंगे.