बोधगया (गया). वैश्चिक स्तर पर कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस का खौफ अब बिहार के बोधगया में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. गया एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सोमवार से महाबोधि मंदिर में प्रवेश करने वालों के शारीरिक तापमान की जांच शुरू की गई. कोरोना के डर से मंगलवार की सुबह महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया (श्रीलंका बौद्ध मठ) परिसर स्थित जयश्री महाबोधि विहार का गेट भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया. बोधगया पहुंचे देशी-विदेशी श्रद्धालु जब श्रीलंका मठ के पास गये, तो उन्हें बताया गया कि फिलहाल मंदिर का गेट बंद कर दिया गया है. मठ परिसर के गेट पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने खास कर दक्षिण भारत से आये श्रद्धालुओं को बताया कि मंदिर को फिलहाल बंद रख गया है. इसके बाद श्रद्धालु बगैर दर्शन के ही लौटने लगे. लगभग छह घंटे बाद बौद्ध मठ परिसर का गेट खोला गया. हालांकि, मठ प्रबंधन ने जयश्री महाबोधि विहार का गेट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया. पहले गेट बंद करने व करीब छह घंटे बाद खोले जाने के सवाल पर बौद्ध मठ के कर्मचारियों ने कहा कि सफाई के मद्देनजर गेट को बंद किया गया था. बहरहाल, महाबोधि मंदिर में भी काफी कम संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.
31 तक कैमूर के मुंडेश्वरी धाम में दर्शन पर लगी रोक
भभुआ (कैमूर). कोरोना से बचाव को लेकर पुरातत्व विभाग ने आगामी 31 मार्च तक मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. इधर, आगामी 25 मार्च से चैती नवरात्र शुरू हो रहा है. ऐसे में इस निर्णय के बाद चैती नवरात्र की सप्तमी तक मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद रहेगा. आदेश अगर 31 मार्च के बाद आगे नहीं बढ़ाया जाता है, तो आगामी अष्टमी व दो अप्रैल नवमी को दर्शनार्थी मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकेंगे. जानकारी के अनुसार, कोरोना को महामारी घोषित किये जाने के बाद पुरातत्व विभाग ने देश के सभी पुरातत्विक धरोहरों में पर्यटक एवं दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगायी है़ मंगलवार को पुरातत्व विभाग के कर्मी ने डीएम को मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने से संबंधी पत्र दिया. हालांकि, इस दौरान मंदिर के पुजारी नियमित रूप से पूर्व की तरह पूजा-अर्चना व आरती करते रहेंगे.
ताराचंडी धाम के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक
सासाराम (रोहतास). रोहतास जिले के प्रसिद्ध मां ताराचंडी धाम में दर्शनार्थियों का प्रवेश मंगलवार से बंद कर दिया गया है. इस संबंध में मंदिर के उप महंत प्रदीप कुमार गिरि ने बताया कि कोरोना से सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर के गर्भ गृह में दर्शानार्थियों का प्रवेश अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. दर्शनार्थी बाहर से ही माता के दर्शन करेंगे. मंदिर के प्रवेश मार्गों की घेराबंदी की गयी है. लोगों को जागरूक करने के लिए मंदिर परिसर में स्लोगन का बैनर लगाया गया है. सभी पुजारियों को नाक-मुंह ढक कर लोगों से दूरी बनाते हुए कार्य करने का निर्देश दिया गया है.
काशी विश्वनाथ मंदिर बाबा दरबार के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक
वाराणसी. काशी विश्वनाथ मंदिर स्थित बाबा दरबार के गर्भगृह में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सुरक्षा कारणों से प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. मंगलवार दोपहर दो बजे के बाद से ही मंदिर प्रशासन ने इस ओर निर्णय लिया है. बाबा दरबार में 31 मार्च तक विदेशियों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाने की तैयारी की जा रही है. यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से बाबा दरबार में लागू कर दी गयी है. इसके साथ ही बाबा दरबार में अब गर्भगृह के बाहर से ही श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे.