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मोतिहारी: Covid-19 को लेकर NCC के सीनियर कैडेटों को किया जा रहा है ट्रेंड। जिला कंट्रोल रूम, जिला क्वॉरेंटाइन सेन्टर, महिला हेल्पलाइन एवं सब्जी मंडी में लगाई जाएगी इनकी ड्यूटी।#SocialDistancing #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/h24A0AsLbK
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) April 10, 2020
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 21 मामले मिले हैं. बिहार में सबसे अधिक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सीवान जिले में पाए गये है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है. जरूरत पड़ने पर बिहार पुलिस NCC के सीनियर कैडेट्स की भी मदद ले रही है.
बिहार में शुक्रवार को दो और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इस तरह अब राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 60 हो गई है. ये दो नये मामले बिहार के सीवान में से ही मिले हैं. सीवान के एक ही परिवार के 22 लोग संक्रमित हो गये हैं. इससे पहले गुरुवार को कुल 19 नए संक्रमितों की पहचान की गई थी.
उत्तरी व दक्षिणी बिहार को जोड़ने वाला राजेंद्र सेतु सील
उत्तरी व दक्षिणी बिहार को जोड़नेवाले राजेंद्र सेतु को सील कर दिया गया. बेगूसराय में कोरोना संक्रमित के मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया. स्थानीय पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सेतु के सड़क मार्ग को बाधित कर दिया है. वहीं बैरिकेडिंग के आसपास पुलिसकर्मियों को लगाया गया है. केवल आपात सेवा वाले वाहनों को सेतु से होकर गुजरने की अनुमति दी जा रही है. वह भी आपात सेवा के लिए प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद ही दूसरे जिलों में वाहनों का आवागमन हो सकता है. इधर, पटना जिले से नालंदा, शेखपुरा व नवादा जिलों को जोड़ने वाले एनएच 82 पर पुलिस सख्ती बरत रही है.
निजामुद्दीन मरकज से जुड़े पिता-पुत्र को पुलिस ने जांच के लिए भेजा पटना
बिहार के मसौढ़ी गांव से गुरुवार की देर शाम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से पिता- पुत्र को पकड़ लिया और उसे तुरंत एंबुलेंस से जांच के लिए पटना एनएमसीएच भेज दिया. इस बाबत चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रामानुजम ने बताया कि दोनों पिता- पुत्र का संबंध निजाउद्दीन मरकज से है. इनकी तलाश हमलोग एक सप्ताह से कर रहे थे. गांव में पूर्व में कई बार जाने के बावजूद किसी ने इसके संबंध में नहीं बताया. इधर गुरुवार की शाम जिलाधिकारी के द्वारा नाम, पता के साथ दोनों का मोबाइल नंबर दिया गया. साथ ही आदेश दिया गया कि दोनों को हर हाल में वहां से लेकर एनएमसीएच जांच के लिए भेजा.
पटना के पांच इलाकों में हो रहा है घर-घर सर्वेक्षण का कार्य
पटना जिले के तमाम इलाकों में काेरोना वायरस के संक्रमण में बढ़ोतरी न हो, इसके लिए सर्वेक्षण कराया जा जा रहा है. जिलाधिकारी कुमार रवि के निर्देश पर प्राथमिकता के आधार पर पहले पांच इलाकों में घर-घर जा कर सर्वेक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसमें पटनासिटी, दीघा, फुलवारीशरीफ, खेमनीचक व बाइपास इलाका शामिल है. इन सभी क्षेत्रों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोग मिल चुके हैं. इसलिए एहतियात के तौर पर यह कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद विदेशों से सबसे अधिक आने वाले लोगों के इलाकों में सर्वेक्षण का कार्य शुरू किया जायेगा. जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि हर वार्ड में टीम बना कर सर्वेक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है.
कोविड -19 के जांच के लिए बिहार में अस्पताल व सुविधाएं
एनएमसीएच, पटना
बेड : 800
आइसीयू बेड : 20
आइसोलेशन बेड : 800
वेंटिलेटर : 20
आइसोलेशन में मरीज : 10
एएनएमसीएच, गया
बेड : 544
आइसीयू बेड : 60
आइसोलेशन बेड : 544
वेंटिलेटर :18
आइसोलेशन में मरीज : दो
जेएलएनएमसीएच, भागलपुर
बेड : 1000
आइसीयू बेड : 36
आइसोलेशन बेड :1000
वेंटिलेटर : 12
आइसोलेशन में मरीज : 01
राज्य भर में 41 एफआइआर, 28 लोग गिरफ्तार
लॉकडाउन उल्लंघन के मामलों में गुरुवार को राज्यभर में 41 एफआइआर दर्ज हुईं. 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 909 वाहन जब्त किये गये. 23 लाख 62 हजार 500 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने लोगों से अपील की है कि वह अपने- अपने घरों में रहें. लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर महामारी की चपेट में आ सकते हैं. उनके खिलाफ पुलिस भी कार्रवाई करेगी. वहीं, पटना में लॉकडाउन के 16वें दिन बेवजह सड़क पर आने जाने वालों के प्रति पुलिस और ट्रैफिक पुलिस का रवैया पहले से और भी अधिक सख्त दिखा और ऐसे 16 लोगों के वाहनों को जब्त किया गया. इसमें 13 दोपहिया वाहन चालक जबकि तीन चारपहिया वाहन शामिल थे.
पटना पहुंचे लोगों का मोबाइल टावर के लोकेशन से हो रही है खोज
पूरे देश में 21 मार्च को हुए लॉक डाउन के बाद ट्रेनों के माध्यम से 22 व 23 मार्च को पटना पहुंचे लोगों को जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की टीम खोज रही है. इसके लिए डंप डेटा निकाला गया है. डंप डेटा में आये मोबाइल नंबरों के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है. बताया जाता है कि इन लोगों की पूरी लिस्ट बनाने के बाद जिला प्रशासन की टीम द्वारा इनके स्वास्थ्य के संबंध में छानबीन की जायेगी. जानकारी के अनुसार ट्रेन के आने के बाद सभी लोगों की स्टेशन के समीप बने सेंटर पर जांच करायी गयी थी. इसके साथ ही कई लोग बिना जांच के ही निकल गये थे. इन सभी लोगों पर निगरानी रखने के लिए यह प्रक्रिया की जा रही है. डंप डेटा के माध्यम से किसी भी इलाके में जितने भी मोबाइल नंबर काम कर रहे होते हैं, उसकी जानकारी ली जाती है
बिहार में कोरोना संबधित अब तक के आंकड़े
कोरोना से संबंधित आंकड़े
अबतक जांच के नमूने : 5040
ठीक हुए मरीज : 17 (एम्स : एक, एनएमसीएच : नौ, जेलएलएनएमसीएच : छह)
राज्य में क्वारेंटिन केंद्र : 286
क्वारेंटिन केंद्रों पर कमरे : 7450
क्वारेंटिन केंद्रों में रहनेवाले : 988
जिला स्तरीय आइसोलेशन सेंटरों में संदिग्ध : 33
विदेश से लौटे व्यक्ति (18-23 मार्च) : 3356
राज्य में मिले : 2254
जांच के लिए सैंपल : 2254
बाहर से लौटनेवाले (22 मार्च के बाद) की जांच : 154737
जांच के लिए गये नमूने : 330
सीवान में सबसे ज्यादा मामले
गैरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 58 हो चुकी हैं. राज्य में गुरूवार को कोरना पॉजिटिव के 19 नए केस पाए गये थें. जिसमें सीवान जिले के 27 कोरोना पॉजिटिव मरीज शामिल है. बिहार का सिवान जिला अब कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है. कल से अब तक बिहार में कोरोना के कुल 19 पॉजिटिव केस मिले हैं. इनमें 17 सिवान के हैं. सिवान के मिले मामलों में 20 लोग एक ही परिवार के हैं. इस परिवार का एक सदस्य हाल ही में ओमान से लौटा था. इनमें शामिल चार महिलाओं में सबकी उम्र क्रमशः - 12, 18, 26 और 29 साल बतायी जा रही है. दूसरे सैंपल में इसी परिवार की तीन अन्य महिलाएं, जिनकी आयु 50 वर्ष 12 वर्ष और 20 वर्ष है तथा दो पुरुष, जिनकी आयु 30 वर्ष 10 वर्ष है, की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. वहीं, बेगूसराय के दो पुरुषों का भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया था.