Coronavirus in Bihar : कोरोना से जंग के लिए बिहार में नहीं उठाये गये उचित कदम : शरद यादव

Coronavirus in Bihar पटना : बिहार में लगातार कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की वृद्धि को लेकर वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं. शरद यादव ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि राज्य सरकार इस बीमारी से लड़ने के लिए उचित कदम उठाने में बेहद विफल हुई है. बिहार सरकार ने कोरोना को हल्के में लिया, जिससे मामले प्रतिदिन डबल होने लगे हैं, जो बहुत ही चिंताजनक है. राज्य में टेस्टिंग भी जितनी होनी चाहिए नहीं हो रही हैं तो सही पता कैसे लगेगा कि कितने लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. जितना आंकड़ा सरकार द्वारा बताया जा रहा है उस पर विश्वास नहीं कर सकते हैं क्योंकि जितने टेस्ट होने चाहिए नहीं किये जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2020 5:35 PM

Coronavirus in Bihar पटना : बिहार में लगातार कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की वृद्धि को लेकर वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं. शरद यादव ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि राज्य सरकार इस बीमारी से लड़ने के लिए उचित कदम उठाने में बेहद विफल हुई है. बिहार सरकार ने कोरोना को हल्के में लिया, जिससे मामले प्रतिदिन डबल होने लगे हैं, जो बहुत ही चिंताजनक है. राज्य में टेस्टिंग भी जितनी होनी चाहिए नहीं हो रही हैं तो सही पता कैसे लगेगा कि कितने लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. जितना आंकड़ा सरकार द्वारा बताया जा रहा है उस पर विश्वास नहीं कर सकते हैं क्योंकि जितने टेस्ट होने चाहिए नहीं किये जा रहे हैं.

शरद यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अचानक तालाबंदी के बाद किसी भी मामले को चाहे वह प्रवासी मजदूरों का हो या छात्रों का हो कुशलता से नहीं संभाला है. जो क्वारेंटिन सेंटर भी बनाये थे, उनमें भी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं करायी गयी थी. इस तरह से राज्य सरकार ने शुरू से ही कोरोना बीमारी के लिए उठाने वाले कदमों में ढिलाई बरती ,है जो निंदनीय है. सरकार का काम जनता के जन जीवन आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना होता है जिससे जनता सुखी जीवन व्यतीत कर सके मगर बिहार सरकार की इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई पड़ती है.

वरिष्ठ नेता शरद यादव ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि बिहार सरकार को काफी समय तैयारी का भी मिल गया था, उसके बावजूद भी कोई ऐसा काम नहीं किया, जिससे की जनता को बीमारी से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि बिहार राज्य में 13 करोड़ की जनसंख्या है उसपर प्रतिदिन 9-10 हजार टेस्ट किये जा रहे हैं, जबकि दिल्ली में जनसंख्या कुल 2 करोड़ है और यहां पर 20 हजार टेस्ट किये जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर बात है कि एनडीए की सरकार केंद्र और राज्य में होते हुए भी जनता को बीमारी से बचाने के लिए कोई राज्य में ठोस कदम नहीं उठाये गये हैं. दिन प्रतिदिन बिहार में हालात बिगड़ते जा रहे हैं, मगर सरकार ठीक आंकड़े जनता को बता नहीं रही है जो और भी जनता के हित के खिलाफ काम करने जैसा है क्योंकि जनता इतनी सतर्क नहीं होगी जितना होना चाहिए.

शरद यादव ने कहा कि मेरा मानना है कि एनडीए सरकार बिहार में हर मोर्चे पर विफल हो रही है. आम जनता के हित का कोई भी मामला हो कानून व्यवस्था से लेकर, महिलाओं की सुरक्षा, सफाई व्यवस्था, बाढ़, नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना, कोई भी मामला उठा लें किसी में भी जनता को राहत नहीं दे पा रही है और इसलिए ऐसी सरकार पर सवालों के घेरे में है. अभी के समय में राज्य सरकार को टेस्टिंग बहुत ज्यादा करनी चाहिए और बीमारी का इलाज करने के लिए ज्यादा से ज्यादा केंद्र बनाने चाहिए.

Posted By Samir Kumar

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