पटना: कोविड मरीजों के लिए पीएमओ के विशेष निर्देश पर बिहटा के इएसआइसी अस्पताल में 500 बेडों के डेडिकेटेड कोविड – 19 अस्पताल की सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत इसका उद्घाटन होगा. दिन के करीब दो से ढाई बजे तक आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय , सांसद रामकृपाल यादव, विधायक भाई वीरेंद्र समेत कई अधिकारी भी पहुचेंगे.
कोविड-19 मरीजों के लिए इस अस्पताल में 500 बेडों पर इलाज की व्यवस्था की गयी है. इसमें 125 बेड आइसीयू और 375 बेड पर सामान्य मरीजों की व्यवस्था होगी. राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पीएमओ के तरफ से डीआरडीओ की टीम को बिहटा एवम मुजफ्फरपुर में तत्काल 500 500 बेड का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल चालू करने की जवाबदेही सौंपी गयी है. उसके तहत महज सात दिन में इसकी सारी तैयारी को डीआरडीओ की टीम ने पूरा किया है.
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सोमवार से इस अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज शुरू हो जायेगा. बताया जाता है कि इस अस्पताल में सिर्फ डीआरडीओ टीम के तहत चयनित मेडिकल स्टाफ व डॉक्टर तैनात किया जायेगा. पटना सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा यहां 50 नर्सों की तैनाती की गयी है.
वहीं पटना पीएमसीएच में जल्द ही प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना मरीजों का इलाज शुरू हो सकता है. यहां 100 बेडों के कोविड वार्ड बनने के बाद इसकी जरूरत महसूस की जा रही है. इसी को देखते हुए पीएमसीएच प्रशासन अपने ब्लड बैंक में ही प्लाज्मा बैंक की शुरूआत करने जा रहा है. अब पीएमसीएच प्रशासन ने प्लाज्मा बैंक की स्थापना के लिए पटना एम्स से सहयोग मांगा है. पीएमसीएच प्रशासन चाहता है कि एम्स में कुशलता के साथ प्लाज्मा बैंक चला रहे डाॅक्टरों की सलाह से ही पीएमसीएच का प्लाज्मा बैंक विकसित किया जाये. वे आकर बताये कि इसका सेटअप कैसा हो. उम्मीद है कि पीएमसीएच की मांग पर एम्स अपने एक्सपर्ट डाॅक्टरों को भेजेगा