Coronavirus In Bihar : बिहार में इन कारणों से फिर गहरा सकता है कोरोना का संकट, सीएम नीतीश ने दिए सतर्क रहने के संदेश…

COVID-19 Bihar पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का ट्रेंड नीचे जाने का मतलब कोरोना खत्म होना नहीं है. लोगों को लगातार सचेत रहना होगा. मुख्यमंत्री ने सोमवार कोएक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड मैनेजमेंट के लिए चिह्नित अस्पतालों में समुचित व्यवस्था रखी जाये. आने वाले चुनाव और पर्व-त्योहारों के समय में गतिविधियां बढ़ने से लोगों की भीड़ बढ़ेगी. इसलिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2020 7:00 AM

COVID-19 Bihar पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का ट्रेंड नीचे जाने का मतलब कोरोना खत्म होना नहीं है. लोगों को लगातार सचेत रहना होगा. मुख्यमंत्री ने सोमवार कोएक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड मैनेजमेंट के लिए चिह्नित अस्पतालों में समुचित व्यवस्था रखी जाये. आने वाले चुनाव और पर्व-त्योहारों के समय में गतिविधियां बढ़ने से लोगों की भीड़ बढ़ेगी. इसलिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी.

अधिक-से-अधिक सैंपलों की जांच करने का निर्देश

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अधिक-से-अधिक सैंपलों की जांच नियमित रूप से सभी जिलों में कराते रहें. कोरोना से संबंधित सभी जानकारियों को अपडेट रखें और इसके आधार पर रणनीति बनाकर काम करें. उन्होंने कहा कि आने वाला समय ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा. इसे लेकर पूरी तरह से तैयारी रखें. माइक्रो लेवल तक आकलन कराएं. पंचायत व गांव के स्तर तक कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या का पता लगाएं और उसको लेकर जरूरी कदम उठाएं.

बाढ़ग्रस्त इलाकों में बड़े पैमाने पर कराएं जांच

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में आपदा राहत केंद्रों और सामुदायिक किचेन में लोगों की जांच से बड़े पैमाने पर कराने से कोरोना के फैलाव को रोकने में सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के आंकड़े भी इकट्ठा करें, जिनकी मृत्यु अन्य बीमारियों के साथ-साथ कोरोना संक्रमण से हुई है, ताकि इसके आधार पर कोरोना संक्रमण का ट्रेंड पता किया जा सके. उन्होंने कहा कि सभी गांवों के प्रत्येक परिवार को चार मास्क और एक साबुन का वितरण फिर से कराने की आवश्यकता है.

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रोजाना की जा रही डेढ़ लाख से अधिक जांच

समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि अब तक 41.76 लाख सैंपलों की जांच की जा चुकी है. रोज डेढ़ लाख से ज्यादा जांच की जा रही है. राज्य का रिकवरी रेट 88.67% है, जो राष्ट्रीय औसत 77.31% से करीब 11% अधिक है. एक्टिव मरीजों की संख्या 16,120 है. अब तक 1.49 मरीजों में 1.32 लाख स्वस्थ हो चुके हैं. प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भी जांच बढ़ी है. उन्होंने बताया कि बिहटा और मुजफ्फरपुर के पताही में 500-500 बेडों के कोविड हॉस्पिटल शुरू हो गये हैं. केंद्र सरकार ने कोवास 8800 मशीन, 10 आरटीपीसीआर मशीनें दी हैं. राज्य सरकार भी 10 आरटीपीसीआर मशीनें खरीद रही है. इससे यहां जांच की क्षमता अधिक बढ़ जायेगी.

मरने वालों में 73% 50 वर्ष से ज्यादा

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अब तक कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं, उनमें 50 वर्ष से अधिक उम्र के 73% लोग हैं. मृतकों में महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक है. छह प्रखंडों में 200 से ज्यादा, 20 प्रखंडों में 100 से ज्यादा और 67 प्रखंडों में 50 से ज्यादा एक्टिव केस हैं.

पटना समेत सात जिले सबसे ज्यादा कोरोना पीड़ित

समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि सात जिले पटना, अररिया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मधुबनी, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण कोरोन से ज्यादा संक्रमित हैं. .

बैठक में मुख्य सचिव समेत ये रहे शामिल

बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, गोपाल सिंह उपस्थित थे. वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जोन के आइजी व डीआइजी, सभी डीएम और एसएसपी-एसपी जुड़े हुए थे

Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya

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