पटना: मरीजों का इलाज करते समय अब तक पटना जिले में 250 से ज्यादा डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. इनमें ज्यादातर जूनियर डॉक्टर पॉजिटिव आये हैं. संक्रमित मिलने वाले अधिकांश डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने पूरी सावधानी बरती थी. लेकिन, उसके बाद भी कोरोना संक्रमण से नहीं बच सके. डॉक्टरों के अलावा नर्स, पारा मेडिकल स्टॉफ भी संक्रमित होने वालों में शामिल हैं.
डॉक्टरों में संक्रमण बढ़ने का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पढ़ने लगा है. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन इस बात से इन्कार करते हुए अपनी व्यवस्थाएं ठीक बता रहा है. लेकिन, कहीं-न-कहीं मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों के भी संक्रमित होने का असर देखने को मिल रहा है.
पीएमसीएच में सबसे अधिक डॉक्टर, नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ संक्रमित हुए हैं. पीएमसीएच में अब तक 118 डॉक्टर, 95 नर्स व 76 अन्य स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसमें जूनियर डॉक्टरों की संख्या अधिक है़ पीएमसीएच उपाधीक्षक, माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड, वायरोलॉजी लैब के इंचार्ज, सर्जरी विभाग के हेड, इमरजेंसी के सी
Also Read: COVID-19 Bihar : बिहार में 24 घंटे के अंदर करीब दो हजार मरीज हुए स्वस्थ, 1.5 लाख की जांच में मिले 1727 नए कोरोना पॉजिटिव
कोरोना संक्रमण लगातार डॉक्टरों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है. शनिवार को पीएमसीएच में हुई कोरोना जांच में आठ डॉक्टर पॉजिटिव पाये गये हैं. इसके साथ ही यहां से कुल 29 नये पॉजिटिव सामने आये हैं.
आइएमए बिहार ने स्वास्थ्य मंत्री और विभाग के प्रधान सचिव को भेजे अपने एक पत्र में मांग की है कि कोविड 19 से लड़ते हुए मरने वाले सभी सरकारी और प्राइवेट डॉक्टरों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत घोषित दुर्घटना बीमा की राशि का भुगतान किया जाये. पत्र में आइएमए ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित इस बीमा योजना की शर्तों को राज्य के सभी सरकारी एवं प्राइवेट डॉक्टर पूरा करते हैं. बिहार इपीडिमिक डिजिज कोविड 19 नियमावली 2020 के मुताबिक सभी अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर होना अनिवार्य है, जहां कोविड 19 से संबंधित रोगियों की स्क्रीनिंग की जायेगी. निजी अस्पताल भी कोविड के इलाज में लगे हुए हैं.
आइएमए ने भी सभी प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिकों को मरीजों के हित को देखते हुए खुला रखने और इलाज करने का निर्देश दिया है. राज्य में तेजी से डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. अब तक राज्य भर में कोरोना के कारण 23 डॉक्टरों ने शहादत दी है. ऐसे में इस बीमा योजना का लाभ उन्हें दिया जाना चाहिए.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya