पटना. कोरोना संक्रमण में हो रही मौत के मामले में बिहार राष्ट्रीय औसत से पीछे है. बिहार में जहां यह दर 0.57 प्रतिशत है. वहीं राष्ट्रीय औसत 2.13 प्रतिशत है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में जांच की संख्या लगातार बढ़ायी जा रही है. सभी मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल, सभी जिला एवं अनुमंडल अस्पताल और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना की जांच की जा रही है. क्वालिटी आॅफ ट्रीटमेंट भी लगातार बेहतर हो रहा है.
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि सजग एवं सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 12 करोड़ 46 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया गया है. एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि एक अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत मास्क नहीं पहनने वाले 4,531 व्यक्तियों से दो लाख 26 हजार 550 रुपया जुर्माना वसूला गया है. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए विभाग पूरी तरह से सतर्क है.
पीएमसीएच प्रशासन को पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और पटना के आयुक्त ने कई दिशा निर्देश दिये थे. इसमें से एक था कि रोजाना शाम में मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाये. लेकिन यह अब तक जारी नहीं हो सका. रविवार को पीएमसीएच प्रशासन की ओर से दावा किया गया था कि यहां सोमवार से मेडिकल बुलेटिन जारी होगा लेकिन सोमवार को भी यह जारी नहीं हो सका.
अब तक 100 बेडों पर नहीं शुरू हुआ इलाज : पीएमसीएच में कई दिनों पूर्व ही सरकार के वरीय पदाधिकारियों ने निरीक्षण कर आदेश दिया था कि जल्द से जल्द कोविड वार्ड के सभी 100 बेड पर मरीजों को भर्ती किया जाये. लेकिन आॅक्सीजन पाइप लाइन का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है जिसके कारण यहां के सभी 100 बेडों पर मरीजों को भर्ती नहीं किया जा सका है. अभी यहां सिर्फ 72 बेड ही तैयार किये जा सके हैं.