Coronavirus in Bihar: बिहार में कोरोना का ज्यादा खतरा – सीएम नीतीश

Coronavirus in Bihar मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विधानसभा के एकदिवसीय मॉनसून सत्र में कहा कि बाढ़ और कोरोना के हालात को लेकर सरकार काफी चिंतित है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2020 5:57 AM

Coronavirus in Bihar, पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विधानसभा के एकदिवसीय मॉनसून सत्र में कहा कि बाढ़ और कोरोना के हालात को लेकर सरकार काफी चिंतित है. यह राजनीतिक मुद्दा नहीं हैं. इसका किसी धर्म, जाति या इलाके से कोई लेना-देना नहीं है. इसकी समुचित समीक्षा के लिए एक सर्वदलीय कमेटी बनानी चाहिए. इस कमेटी में नेता प्रतिपक्ष समेत सभी दलों के सदस्य हों, जिनके साथ प्रत्येक 15 दिनों में अधिकारियों को लेकर इस मुद्दे पर चर्चा की जायेगी और स्थिति का मूल्यांकन किया जायेगा.

सभी दलों का फीडबैक भी सरकार को मिलेगा. जहां जैसी जरूरत होगी, उसके मुताबिक कार्रवाई की जायेगी. सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि आप की देखरेख में ही कमेटी बन जाये. मुख्यमंत्री विधानसभा में कोरोना और बाढ़ पर हुए वाद-विवाद के बाद सरकार की तरफ से स्थिति को स्पष्ट किया.

बिहार में कोरोना का ज्यादा खतरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को कोरोना से निश्चित रूप से ज्यादा खतरा है, क्योंकि यहां का जनसंख्या घनत्व राष्ट्रीय अनुपात से तीन गुना अधिक है. इसलिए यहां ज्यादा सजग रहने की जरूरत है. संक्रमण की संख्या बढ़ सकती है. एक-एक व्यक्तियों की जांच जरूरी है. इसे देखते हुए सरकार ने तीन तरह की जांच की व्यवस्था की है,जिनमें आरटीपीसीआर, ट्रू-नेट और रैपिड एंटीजन टेस्ट शामिल हैं. जांच के तरीकों को लेकर किसी तरह की संशय की स्थिति नहीं है. रैपिड एंटीजन जांच की खासियत है कि 15 मिनट में रिपोर्ट आ जाती है. इस जांच की सुविधा हर पीएचसी तक पहुंचायी जा रही है.

मास्क लगाने, सोशल डिस्टैंसिंग व जांच कराने जैसी तीन बातों पर ध्यान रखने की सलाह

कोरोना के दौरान जांच को लेकर सीएम ने बताया कि प्रखंड स्तर पर जांच की व्यवस्था की गयी है़ कोई भी इच्छुक व्यक्ति अपनी जांच करा सकता है़ एंटीजन जांच से 30 मिनट के भीतर रिपोर्ट मिल जाती है़ संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन, थोड़ी स्थिति खराब होने पर जिला और आगे मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्था की गयी है़ सभी मेडिकल कॉलेजों में 100 बेडों का प्रबंध कर दिया गया है़ सीएम ने कहा कि जल्द की 50 हजार प्रतिदिन कोरोना के टेस्ट होने लगेंगे़ कपड़े का मास्क लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया़ जीविका स्तर पर कपड़े का मास्क बनाने व लोगों को प्रेरित करने का काम किया गया है़ उन्होंने लोगों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टैंसिंग व जांच कराने जैसी तीन बातों पर ध्यान रखने की सलाह दी़ साथ ही 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, बीमार, गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने का आग्रह किया़ सीएम ने दोहराया कि कोरोना का किसी क्षेत्र,वर्ग, जाति महजब से कोई संबंध नहीं है़ सभी को सर्तक रहने की जरूरत है़

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