Coronavirus in Bihar, कटिहार : सदर अस्पताल के एकमात्र सर्जन 17 दिनों तक कोरोना से जंग लड़ने के बाद जंग हार गये. शुक्रवार की सुबह एम्स पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. करीब 25 दिन पूर्व ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आ गए थे. 22 जुलाई को स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया था. करीब 17 दिनों तक कोरोना से जंग लड़ते हुए शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गयी. उनकी मौत की खबर यहां पहुंचते ही जिले के चिकित्सकों एवं आमलोगों में शोक की लहर दौड़ गयी.
सदर अस्पताल में सर्जन के रूप में लंबे समय से पदस्थापित थे. काफी मिलनसार वह अच्छे सर्जन के रूप में जाने जाते थे. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वार्ड में इनकी ड्यूटी थी. ड्यूटी के दौरान ही मरीज के संपर्क में आने के बाद कोरोना की चपेट में आए. कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उन्होंने अपना जांच कराया. जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद उन्होंने खुद को होम कोरेंटिन कर लिया. पांच दिन बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई. जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया था.
यहां भी स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद 22 जुलाई को बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर किया गया था. वहां उनके इलाज के दौरान प्लाज्मा थेरेपी दो बार दी गई थी. इसके बाद भी उनके सेहत में किसी तरह का सुधार नहीं हो रहा था. लगातार उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. दो दिन पूर्व ज्यादा स्थिति बिगड़ने पर वेंडीलेटर पर रखा गया था. लेकिन इससे भी उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका. शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गई.