Coronavirus in Bihar: मोबाइल मेडिकल टीम के जरिए अब शुरू होगी ऑन डिमांड टेस्टिंग

Coronavirus in Bihar सरकार ने निर्णय लिया है कि कोविड के लक्षण वाले संक्रमितों की अब ऑन डिमांड जांच की जायेगी. चाहे पांच लोग भी अपना जांच करायेंगे, सरकार द्वारा उनकी जांच की जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 20, 2020 6:31 AM

पटना : बिहार पहुंची स्वास्थ्य विभाग की केंद्रीय टीम ने मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. केंद्रीय टीम को मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में जांच की सुदृढ़ व्यवस्था की जा रही है. सरकार ने निर्णय लिया है कि कोविड के लक्षण वाले संक्रमितों की अब ऑन डिमांड जांच की जायेगी. चाहे पांच लोग भी अपना जांच करायेंगे, सरकार द्वारा उनकी जांच की जायेगी. मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में जांच सेंटरों की संख्या 55 की गयी है.

इसके अलावा पटना में भी 25 अस्पतालों में टेस्टिंग की जा रही है. केंद्रीय टीम ने रविवार को राजीव नगर क्षेत्र का भी निरीक्षण किया. इस दौरान इस इलाके के लोगों से बातचीत की व तैयारियों को जाना और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. इसके बाद टीम पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बने आइसोलेशन वार्ड का भी जायजा लिया. सोमवार को टीम सुबह साढ़े दस बजे एम्स जायेगी. गौरतलब है कि टीम में दिल्ली एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ नीरज निश्चल, एनडीसी के निदेशक डाॅ एसके सिंह व भारत सरकार के पब्लिक हेल्थ मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल हैं.

केंद्रीय टीम पहुंची और जाना मरीजों का हाल

कोरोना मरीजों के लिए बने कोबिड अस्पताल में रविवार की शाम केंद्रीय टीम पहुंची. टीम ने अस्पताल में चार माह के अंदर हुए मरीजों के उपचार की संख्या, मृतक संक्रमित व संदिग्ध मरीज की संख्या, ठीक होकर घर जाने वाले मरीजों की संख्या समेत अन्य तरह के डाटा का संग्रह एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह से किया. इसके बाद केंद्रीय टीम इमरजेंसी से लेकर वार्ड तक का निरीक्षण किया. जहां पर भर्ती मरीजों से मिल कर उनकी स्थिति, मिल रहीं सुविधाओं की जानकारी ली. तीन सदस्यीय टीम अस्पताल में एक घंटे से अधिक समय तक रही, निरीक्षण के दौरान टीम को अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा, नोडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिन्हा पीड़ितों के उपचार की व्यवस्था, उपलब्ध संसाधन व मरीज को भर्ती के विषय में जानकारी दी. अस्पताल के सूत्रों की मानें, तो मरीजों से स्थिति जानने व संसाधनों की कमी पर टीम ने नाराजगी भी जतायी है.

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