पटना : कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. निबंधन, उत्पाद व मद्य निषेध विभाग में कई अफसरों और कर्मचारियों को अपनी चपेट में ले लिया है. पुलिसकर्मियों के लगातार संक्रमण होने से बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने बचाव के इंतजाम को लेकर नाराजगी प्रकट की है. साथ ही डीजीपी को पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों के बचाव के लिए समुचित व्यवस्था न होने पर आंदोलन की चेतावनी दे डाली है. निबंधन, उत्पाद वप मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद कई और अधिकारियों ने कोरोना टेस्ट कराया था.
इसमें एक्साइज कमिश्नर व इंस्पेक्टर जनरल आॅफ रजिस्ट्रेशन बी कार्तिकेय धनजी, आइजी मद्य निषेध अमृतराज, तीन पुलिस उपाधीक्षक, चार इंस्पेक्टर व चार दारोगा की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आयी है. हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी नहीं दी गयी है. जानकारी के अनुसार इन अधिकारियों को होम कोरेंटिन किया गया है. आला अधिकारियों के संक्रमण की चपेट में आने के बाद कर्मचारियों में दहशत का माहौल है. फाइल लेकर आने जाने वाले कर्मी भी डरे हुए हैं. आइजी मद्य निषेध व उनकी टीम पुलिस मुख्यालय में बैठती है. वहीं निबंधन, उत्पाद व मद्य निषेध विभाग विकास भवन परिसर में है.
वहीं, पटना बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज ने रविवार को डीजीपी को पत्र लिखकर आंदोलन की चेतावनी दी है. अध्यक्ष का कहना है कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत से ही पुलिसकर्मियों को मूलभूत सुविधा, बीमा कवर व बचाव उपकरण आदि को लेकर पुलिस मुख्यालय और सरकार को लगातार पत्र लिखा गया है. इसके बाद भी उनके स्तर से कोई सार्थक पहल नहीं की गयी है.
कोरोना के कारण राज्य में अब तक एक दर्जन से ज्यादा बैंक अधिकारियों और कर्मियों की मौत हो चुकी है. इसमें एसबीआइ के कर्मियों की संख्या ज्यादा है. इसके अलावा सिर्फ पटना में ही करीब ढाई सौ बैंक कर्मी संक्रमित हैं. अगर पूरे बिहार की बात की जाये, तो संक्रमितों की संख्या करीब एक हजार होगी. हालांकि, बैंक कर्मियों के संक्रमण का अलग से कोई आंकड़ा राज्य सरकार के पास नहीं है.