Coronavirus in Bihar, coronavirus Update, Bihar News: बिहार में कोरोना की रफ्तार ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है. बिहार में कोरोना (Corona in Bihar) से मौत का आंकड़ा 1200 पार कर गया है. बिहार के सबसे चर्चित अस्पताल में ही सबसे ज्यादा मौत हुई है. उस अस्पताल का नाम है पटना एम्स (Patna AIIMS) जहां ताजा जानकारी तक 584 कोरोना संक्रमितों की जान चली गई है.
बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ स्थित इस एम्स में ही सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों ने खुदकुशी भी की है. 28 अक्टूबर तक के आंकड़े के मुताबिक, पटना एम्स में पांच कोरोना संक्रमितों ने खुदकुशी की थी. अब बिहार में सबसे ज्यादा करोना से मौत भी इसी अस्पताल के नाम पर दर्ज है. सबसे अधिक मौत का कारण ये है कि इसी अस्पताल में सबसे ज्यादा कोरोना गंभीर संक्रमित लाए जाते हैं.
हाल के दिनों में भी एम्स में मरने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कुछ ज्यादा हो रही है. इसके बाद दूसरे स्थान पर राजधानी पटना की एनएमसीएच और पीएमसीएच का स्थान है. इसके पीछे कारण यह है कि सबसे ज्यादा गंभीर मरीजों की भर्ती एम्स पटना में ही हो रही है. यही कारण है कि कोरोना मृतकों की संख्या एम्स में ज्यादा दिखाई देती है , जबकि अन्य अस्पतालों में कम. एनएमसीएच (NMCH) और पीएमसीएच (PMCH) में अपेक्षाकृत गंभीर रोगियों की संख्या कम होती है.
पटना एम्स में गुरुवार को 13 नए मामले आए हैं और 13 मरीजों की छुट्टी भी की गई है. पटना एम्स में कुल 159 मरीज भर्ती हैं. आईसीयू में भी अब 50 से ज्यादा मरीज हैं जिनमें से कई वेंटीलेटर पर हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सीपी ठाकुर की सेहत में सुधार बताया जा रहा है. वह पटना एम्स में भर्ती हैं. हालांकि अभी उन्हें सांस में तकलीफ है. गुरुवार को 24 घंटे में प्रदेश के 682 लोग कोरोना संक्रमित हो गए जबकि केवल पटना में ही 211 नए मामले दर्ज किए गए हैं.
संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर एक बार फिर बचाव की तैयारी तेज की जा रही है. गुरुवार को जहां स्वास्थ्य विभाग की बैठक होती रहीं वहीं कई जिलों में प्रशासन भी सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर छापेमारी करता रहा. गौरतलब है कि बिहार में कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या दो लाख 33 हजार से ज्यादा हो गई है.
पटना में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में रोजाना औसतन करीब दो सौ नये केस सामने आ रहे हैं. छठ से पूर्व यह संख्या तीन सौ से भी अधिक हो रही थी. हालांकि बीते दिनों कम जांच होने से यह संख्या दो सौ से कम हो गयी थी लेकिन अब यह फिर से बढ़ने लगी है. छठ के दौरान पटना में रोजाना करीब पांच हजार जांच ही हो रही थी. अब पटना जिले में रोजाना 12 हजार कोरोना जांच करने का लक्ष्य रखा गया है
Posted By: Utpal kant