बिहार में कोरोनावायरस का संक्रमण धीरे-धीरे अपना पांव पसारता जा रहा है. सूबे के कई जिले इसकी चपेट में पड़ चुके हैं. अधिकतर मामले शहरी क्षेत्रों में ही मिले. बिहार से बाहर रहने वाले प्रवासी भी बड़ी संख्या में अपने घर लौटे. लेकिन अब शहरी ही नहीं बल्कि गांवों में भी कोरोना का भय सताने लगा है. अब तक गांवों में कोरोना का भय नहीं था लेकिन अब गांवों की तरफ भी संक्रमण का फैलाव हो चुका है.पटना जिला के 100 से अधिक गांव संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं.
पटना जिले में 1395 गांव हैं. एक बड़ी आबादी इन गांवों में रहती है. हाल में ही दिल्ली,मुंबई सहित कई अन्य राज्यों से प्रवासी भी अपने घर लौटे और खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे थे. लेकिन अब कोरोना ने गांवों में भी अपने पांव पसार लिए हैं. पटना के 100 से अधिक गांवों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 ग्र्रामीण थाना क्षेत्रों के 354 लोग अभी तक इसकी चपेट में आ चुके हैं.
कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले बाढ़ अनुमंडल में मिले हैं जहां के एक दर्जन गांवों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. बताया जा रहा है कि लापरवाही के कारण ही अब संक्रमण ने गांवो में पैर पसार लिये. अधिकतर मामले उन गांवों में ही मिले हैं जहां से लोगों का शहर की तरफ आना-जाना लगा रहा है. डीएम ने भी इस बात की पुष्टि की है कि प्रशासन के कराए सर्वे में ये जानकारी सामने आई है.
जानकारी के अनुसार, पिछले साल संक्रमण का खौफ पटना जिले के गांवों में नहीं था. कुछ ही गांवो में इसका प्रकोप था. लेकिन इस बार फतुहा, बख्तियारपुर, परसा बाजार, बिहटा, मसौढ़ी, गौरीचक, मेहंदीगंज, पालीगंज,खुसरुपुर, मोकामा समेत कई क्षेत्रों से अधिक संख्या में कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं.
वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने दावा किया है कि बिहार के सभी प्रखंड कोरोना संक्रमित हैं. गांवों को लेकर अबतक मूल्यांकन नहीं किया गया है. इसका मूल्यांकन जल्द ही कराया जायेगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan