Corona Effect in Bihar : 31 मार्च तक बस सेवा, रेस्तरां व बैंक्वेट हॉल बंद, बिहार दिवस पर भी ग्रहण
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बिहार सरकार ने 31 मार्च तक राज्य में बस सेवाओं, रेस्तरां और बैंक्वेट हॉल बंद करने का आदेश शनिवार को दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि रेस्तरां की घर तक भोजन पहुंचाने वाली सेवाएं जारी रहेंगी.
पटना : कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बिहार सरकार ने 31 मार्च तक राज्य में बस सेवाओं, रेस्तरां और बैंक्वेट हॉल बंद करने का आदेश शनिवार को दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि रेस्तरां की घर तक भोजन पहुंचाने वाली सेवाएं जारी रहेंगी.
कोविड-19 महामारी की रोकथाम को लिया गया निर्णय
राज्य सरकार ने बिहार महामारी रोग, कोविड-19 नियम 2020 लागू करते हुए कहा कि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होंगे. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने आदेश में कहा, “राज्य में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए यह निर्णय लिया गया है.”
कोरोना : बिहार में एक भी मामला नहीं आया सामने
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अभी तक बिहार में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि 31 मार्च तक स्थानीय और अंतरराज्यीय बसें भी नहीं चलेंगी. उन्होंने बताया कि स्थानीय बसों का परिचालन शनिवार से बंद हो जायेगा, जबकि अंतरराज्यीय बसें रविवार से बंद होंगी.
कोरोना महामारी : बिहार दिवस पर भी लगा ग्रहण
कोरोना महामारी के चलते बिहार दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों को पहली बार रद्द करना पड़ा है. 2005 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब इस आयोजन को बंद करना पड़ा. नीतीश कुमार की अगुवाई में बनी प्रदेश की नयी सरकार ने बड़े पैमाने पर बिहार की अस्मिता की प्रतीक बिहार दिवस को मनाये जाने का फैसला लिया था. इसके तहत सभी सरकारी भवनों को दो दिनों तक रोशनी से नहलाने और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर बिहार स्थापना की वर्षगांठ मनाये जाने की परंपरा शुरू हुई थी. सरकारी अवकाश घोषित कर स्कूलों में भी अनोखे अंदाज में यह दिवस मनाया जाता था.
बिहार दिवस का आयोजन 22 से 24 मार्च के दौरान तीन दिनों तक करने की शुरू हो चुकी थी तैयारी
सूत्रों का कहना है कि इस बार भी जल-जीवन-हरियाली थीम के तहत बिहार दिवस का आयोजन 22 से 24 मार्च के दौरान तीन दिनों तक करने की तैयारी शुरू हो चुकी थी. इसके आयोजन के लिए बिहार शिक्षा परियोजना को नोडल बनाकर जिम्मेवारी सौंपी गयी थी. इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना बनायी गयी थी.
मुख्यमंत्री के हाथों होता उद्घाटन
सूत्रों का कहना है कि बिहार दिवस के लिए आयोजित कार्यक्रमों का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों 22 मार्च को गांधी मैदान में होना तय हुआ था. वहीं, इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जसविंदर सहित अन्य प्रसिद्ध गायकों को बाहर से बुलाने की योजना थी. इसे लेकर गांधी मैदान में व्यापक इंतजाम किये जाने थे.
लोकसंगीत के आयोजन की योजना
जानकारों का कहना है कि केवल यही नहीं बिहार की लोक संगीत को लेकर 23 मार्च को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भव्य आयोजन की योजना बनायी गयी थी. इसके लिए मैथिली, भोजपुरी, मगही, अंगिका सहित अन्य भाषाओं के कलाकारों का सांस्कृतिक कार्यक्रम होना था.
जल-जीवन-हरियाली अभियान में बेहतर करने वाले होते सम्मानित
बिहार दिवस के अवसर पर जल-जीवन-हरियाली अभियान में बेहतर काम करने वालों को सम्मानित करने की योजना बनायी गयी थी. इसे लेकर प्रत्येक जिले से आंकड़ों के आधार पर चयन होना था. पर्यावरण और जलवायु में सुधार के मकसद से शुरू किया गया जल-जीवन-हरियाली अभियान राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है.
गांधी मैदान में राज्यपाल के हाथों होता समापन
सूत्रों का कहना है कि गांधी मैदान में तीन दिवसीय बिहार दिवस का समापन 24 मार्च को राज्यपाल फागू चौहान के हाथों करवाने की योजना बनायी गयी थी. इसमें राज्यपाल राज्य के नाम अपना संबोधन करने वाले थे.