पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कोरोना उन्मूलन कोष में अपने मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना की अवशेष 3.18 करोड़ रुपये देने की सहमति दी है. इनमें राज्य सरकार के निर्णयानुसार कोरोना उन्मूलन कोष में दिया जाने वाला 50 लाख की राशि भी शामिल है.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने योजना एवं विकास विभाग के सचिव को इस आशय का पत्र लिख अग्रतर कार्रवाई करने की अपनी सहमति दी है. उल्लेखनीय है कि बिहार में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के एक और मामले की पुष्टि होने के बाद प्रदेश में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 16 हो गयी है. राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरएमआरआई) के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने मंगलवार को बताया कि दुबई से लौटा गोपालगंज निवासी 35 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है.
डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि 90 संदिग्ध मामलों की आरएमआरआई में जांच की जा रही है. बिहार में कल तक कोरोना वायरस के 1051 संदिग्ध नमूनों की जांच की गयी थी जिसमें से अब तक 16 पॉजिटिव पाये गये हैं. कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक व्यक्ति की गत 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी. पटना निवासी एक महिला, जो 21 मार्च को अस्पताल में भर्ती हुई थीं उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। उन्होंने बताया कि पटना एम्स में ऑब्जर्वेशन में वर्तमान में रखे गए छह अन्य मरीजों की भी रिर्पोट निगेटिव आयी है, जिनमें से तीन को आज तथा तीन अन्य को अगले दो दिनों के भीतर छुट्टी दे दी जायेगी.
इन सबके बीच एक अच्छी खबर काशी हिंदू विश्वविद्यालय से आ रही है. काशी हिंदू विवि ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की नयी तकनीक खोजने का दावा किया है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की ऐसी नयी तकनीक खोजने में कामयाबी मिलने का दावा किया है जिससे महज घंटे भर में इसकी सटीक जांच की जा सकेगी.
मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देंगे पीयू के शिक्षक व कर्मी
पटना विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारियों ने अप्रैल महीने में से एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है. कोरोना वायरस से निबटने और रोकथाम के लिए पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ रणधीर कुमार सिंह, महासचिव डॉ अभय कुमार, पटना विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ व पटना विश्वविद्यालय कॉलेज कर्मचारी संघ की ओर से सुबोध कुमार ने संयुक्त रूप से उसकी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि इस विपदा की घड़ी में पटना विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और कर्मचारी सरकार की हर तरह से मदद और सहायता के लिए तैयार हैं. इस दौरान एहतियात बरतने की जरूरत है. सभी लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें तथा सरकार का सहयोग करें. इससे हम कोरोना वायरस को हरा पायेंगे.