बिहार में कोरोना इलाज को इच्छुक निजी अस्पतालों से मांगा गया आवेदन
Coronavirus in Bihar स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों के इलाज करने को इच्छुक प्राइवेट अस्पतालों से आवेदन मांगा है. विभाग ऐसे अस्पतालों के आवेदन आने के बाद उन अस्तालों को कोरोना संक्रमितों के इलाज की अनुमति दी जायेगी.
पटना. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों के इलाज करने को इच्छुक प्राइवेट अस्पतालों से आवेदन मांगा है. विभाग ऐसे अस्पतालों के आवेदन आने के बाद उन अस्तालों को कोरोना संक्रमितों के इलाज की अनुमति दी जायेगी. विभाग ने आवेदन के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोरोना के दौर में सरकार के पास भी 22 हजार बेड उपलब्ध है. ऐसी स्थिति में निजी क्षेत्रों का सहयोग मिलता है, तो संक्रमितों को स्थानीय स्तर पर इलाज कराने में सहूलियत होगी. इसी को ध्यान में रखते हुए निजी नर्सिंग होम, अस्पताल व क्लिनिकों से आवेदन मांगा गया है
आयकर गोलंबर स्थित न्यू गार्डिनर हॉस्पिटल में कोरोना की जांच के लिए टेस्टिंग बूथ लगाया गया है़ इस बूथ के अंदर से स्वास्थ्यकर्मी कोरोना के संदिग्ध लोगों की जांच करेंगे़ यह बूथ चारों तरफ से बंद रहेगा और उसके अंदर केवल एक स्वास्थ्यकर्मी रहेंगे़ यह व्यवस्था इसलिए की गयी है, ताकि स्वास्थ्यकर्मी को पीपीइ किट की आवश्यकता नहीं पड़े और वो आसानी से संदिग्ध लोगों की तेजी से जांच कर सकें. इसके साथ ही यहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन होगा़
महावीर आरोग्य संस्थान में इमरजेंसी व ओपीडी 19 तक बंद
महावीर आरोग्य संस्थान 19 जुलाई तक बंद रहेगा. कोराना संक्रमण की बढ़ती हुई संख्या और संस्थान के कई कर्मियों में कोरोना निकलने के बाद इसे फिलहाल बंद रखने का निर्णय लिया गया है. सोमवार को संस्थान की ओर से जारी बयान में इसके निदेशक डाॅ एससी मिश्रा ने कहा कि महावीर आरोग्य संस्थान कंकड़बाग, पटना में इमरजेंसी और ओपीडी की सेवा 19 जुलाई तक बंद रहेगी. वहीं इस दौरान पुराने भर्ती मरीजों का इलाज चलता रहेगा. इस बीच पूरे अस्पताल को सेनेटाइज करवाया जायेगा. अस्पताल में संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं.