पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को कोरोना महामारी से भयभीत नहीं होने की अपील की है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार सरकार कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण पर हर क्षण नजर बनाये हुए है. मुख्यमंत्री ने शनिवार को सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ वीडियो क्राफ्रेंसिंग कर काेरोना वायरस के संक्रमण से निबटने के लिए इलाज की तैयारियों की समीक्षा की. आला अधिकारियों के साथ तकरीबन तीन घंटे तक चली बैठक में उन्होंने मुंबई से आने वाली ट्रेनों से बिहार लौट रहे लोगों की बक्सर, आरा और दानापुर में जांच करा कर घर भेजने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने सभी डीएम और एसपी से कहा कि मुंबई के अलावा पूणे, केरल और बेंगलुरु से आने वाली ट्रेनों के स्टॉपेज पर उतरने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखने को कहा. उन्होंने कहा कि रेल मंत्री से कम से कम ट्रेन चलाने के संबंध में हमने उन्हें अपना सुझाव दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण से पूरा विश्व प्रभावित है. इसकी अभी दवा की कोई व्यवस्था नहीं हो पायी है. संक्रमण को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक एवं आपसी दूरी को बनाकर रखना है. उन्होंने सभी डीएम, एसपी और मेडिकल ऑफिसर को इस बात के लिये प्रेरित करने को कहा कि लोग ज्यादा से ज्यादा अपने घरों में रहें.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान सीएम नीतीश ने सभी डीएम और एसपी को माइक के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में भी इस संक्रमण के संबंध में लोगों को अवगत कराने का निर्देश दिया. साथ ही अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए भी लोगों को जागरूक करने को कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से फ्लाइट, रेल या बस से जो भी यात्री आ रहे हैं, उनकी सघन स्क्रीनिंग करायी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने जिलों में भी आवश्यक उपकरणों एवं अतिरिक्त आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा. जरूरत पड़ने पर यदि अतिरिक्त आइसोलेशन वार्ड की जरूरत पड़ती है तो उसके लिये पूर्व में ही स्थान चिह्नित कर लिये जाने के निर्देश दिये. उन्होंने जनता कर्फ्यू के दौरान घरों में रह कर कोरोना से निपटने के लिये क्या क्या किया जा सकता है, इस पर मंथन करने की अपील की.
मुंबई से आने वाले रेल यात्रियों की बक्सर, आरा और दानापुर में स्क्रीनिंग
बैठक के दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी डीएम को निर्देश देते हुए कहा कि मुंबई से चार स्पेशल ट्रेनें आ रही है. इसके लिये बक्सर, आरा और दानापुर में तीन स्टॉपेज निर्धारित की गयी है. वहां के डीएम को एसपी को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं मेडिकल स्टाफ रेलवे जंक्शन पर उपलब्ध रखने को कहा गया. जो भी यात्री ट्रेन से उतरेंगे, उन्हें बसों में बैठा कर एक निश्चित जगह पर ले जाकर स्क्रीनिंग और स्टैंपिंग किया जायेगा. मोबाइल नंबर लिये जायेंगे और रजिस्ट्रेशन भी कराया जायेगा. जो संदिग्ध होंगे, उन्हें कोरोंटाइन के लिये निर्धारित जगह पर रखा जायेगा. यात्रियों की सूची सभी डीएम को दी जायेगी, ताकि वे अपने जिले में भी जायें तो उन पर निगरानी रखी जा सके. होम कोरोंटाइन के लिये एक मेडिकल स्टाफ उनलोगों का संपर्क रखेंगे.
डॉक्टरी परामर्श के लिए 104 पर डायल करने की अपील
लोगों को चिकित्सकीय परामर्श के लिये 104 पर डायल करने की अपील की गयी है. पीएचसी में हमेशा कम से कम चार गाड़ियां उपलब्ध रखने और फोन व रजिस्टर भी मेनटेन रखने को कहा गया.
मृत पक्षी के आसपास के पोल्ट्री फार्म की भी होगी जांच
बर्ड फ्लू और स्वाइन फीवर को लेकर सभी डीएम को वर्ड फ्लू से मृत पक्षियों का पूर्ण गड्ढे में उसे डालकर ढ़कने की प्रबंध करने तथा उस जगह को सेनिटाइज करने को कहा गया. मृत पक्षी को खुले हाथ से नहीं छूने और मृत पक्षी के आसपास के पोलट्री फॉर्म के पक्षियों का भी मेडिकल जांच कराने के आदेश दिये गये. कोई शिकायत मिलने पर पशुपालन निदेशालय के 0612-2230944 पर जानकारी देने की अपील की गयी है.
मंदिरों में पूजा, आरती और राजभोग के लिए तीन लोग ही अंदर आयेंगे
धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए पूजा, आरती एवं राजभोग के लिये तीन लोग ही मंदिर के अंदर जायेंगे. बाकी लोगों को मंदिर में नहीं जाने की सलाह दी गयी है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ये अधिकारी रहे मौजूद
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन एवं गृह आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सीएम के सचिव मनीष कुमार वर्मा, सीएम के सचिव अनुपम कुमार, सीएम के ओएसडी गोपाल सिंह के अलावा जिलों से सभी प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम व एसपी व आइजी भी जुड़े थे.