Coronavirus update Bihar : बिहार में लॉकडाउन उल्लंघन करने पर 48 लोगों पर FIR
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए पूरे देश को 14 अप्रैल तक 'लॉक डाउन' कर दिया गया है. बिहार में भी कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. बिहार का सिवान जिला अब कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है. राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज इसी जिले से मिले हैं. बिहार में जहां पॉजिटिव मामलों की संख्या अब बढ़कर 60 हो गई वहीं इसमें सिर्फ सिवान जिले के 29 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. बिहार में पिछले दो दिनों में कोरोना के मामलों में काफी इजाफा हुआ है.
मुख्य बातें
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए पूरे देश को 14 अप्रैल तक ‘लॉक डाउन’ कर दिया गया है. बिहार में भी कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. बिहार का सिवान जिला अब कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है. राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज इसी जिले से मिले हैं. बिहार में जहां पॉजिटिव मामलों की संख्या अब बढ़कर 60 हो गई वहीं इसमें सिर्फ सिवान जिले के 29 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. बिहार में पिछले दो दिनों में कोरोना के मामलों में काफी इजाफा हुआ है.
लाइव अपडेट
नवादा में कोरोना वायरस पॉजिटिव केस मिला
बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव संजय कुमार ने ट्वीट कर बताया कि आज शनिवार को एक नया पॉजिटिव केस मिला है. बिहार में एक नया मामला सामने आने के बाद कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 61 हो गयी है. यह नया पॉजिटिव केस नवादा के 45 वर्षीय पुरुष में मिला है. उनके संपर्क में आये लोगों को ट्रेस किया जा रहा है.
लॉकडाउन उल्लंघन करने पर बिहार में 48 पर एफआइआर
लॉकडाउन उल्लंघन के मामलों में शुक्रवार को राज्य भर में 48 एफआइआर दर्ज हुई. 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया. 952 वाहन जब्त किये गये. 22 लाख 41 हजार 665 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया़ इससे पूर्व गुरुवार को 41 एफआइआर दर्ज हुई. 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया. 909 वाहन जब्त किये गये. 23 लाख 62 हजार 500 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया़
बिहार में अब तक 6111 सैंपलों की हुई जांच
बिहार में पिछले दो दिनों में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है. राज्य में अब तक 60 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. अकेल सीवान में 29 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. बिहार में अब तक 6111 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिसमें 60 रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, वहीं 653 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है.
लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक जारी
Delhi: Prime Minister Narendra Modi holds a meeting via video-conferencing with the Chief Ministers over #COVID19. pic.twitter.com/yd6mdCzukr
— ANI (@ANI) April 11, 2020
देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक चल रही है. इस बैठक में लॉकडाउन को बढ़ाने पर फैसला लिया जा सकता है.
सीवान में 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाया गया
सीवान शहर के दयानंद आयुर्वेदिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाये गये 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. ट्रीटमेंट सेंटर में 21 कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को रखा गया है. वहीं रघुनाथपुर के तीन महिलाओं मरीजों को पहले ही एनएमसीएच रेफर किया जा चुका है. आइसोलेशन वार्ड सह ट्रीटमेंट सेंटर में मरीजों के उपचार में उपयोग आने वाली दवा व उपकरणों को विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है. आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के आयुष डॉक्टरों को मरीजों के उपचार एवं देखरेख के लिए रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगायी गयी है.
कोरोना से संक्रमित गांव में कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा
सीवान के रघुनाथपुर प्रखंड के एक गांव में 23 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद सूबे में कोराना वायरस के संक्रमण के मामले में सबसे अधिक हॉटस्पॉट बना हुआ है. तीन किलोमीटर के कंटेंमेंट जोन में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सारण क्षेत्र के आयुक्त के नेतृत्व में तमाम पदाधिकारी रघुनाथपुर में कैंप कर रहें हैं. विदेश आये आये एक युवक ने अपने परिवार सहित 23 क्लोज कंटेक्ट वाले लोगों को संक्रमित किया है.
बिहार में जांच लैब की संख्या केंद्र से बढ़ाने की मांग
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्द्धन से बिहार में कोरोना वायरस की जांच के लिए लैब बढ़ाये जाने की मांग की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री से हुई बातचीत में मंगल पांडेय ने बिहार का पक्ष रखा. उन्होंने राज्य में पटना एम्स, भागलपुर और गया के एएन मेडिकल काॅलेज अस्पताल को जांच केंद्र बनाये जाने का प्रस्ताव दिया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से इन मेडिकल काॅलेज अस्पतालों को इंडियन काउंसिल आॅफ मेडिकल रिसर्च आइसीएमआर से मान्यता दिलाये जाने की मांग की है.
लॉकडाउन के पहले सीवान में विदेशों से आये 500 लोग
राज्य में विदेशों से आये लोगों की संख्या साढ़े 13 हजार के आसपास है, लेकिन इनमें 18 मार्च से 23 मार्च तक विदेशों से आये लोग खासतौर से जांच की रडार पर हैं. इस दौरान तीन हजार 356 लोग विदेश से आये हैं. इसमें सबसे ज्यादा 500 लोग अकेले सीवान जिले के ही रहने वाले हैं. इस मामले को लेकर हाल में खुफिया महकमा की जांच रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. इसमें 18 मार्च के बाद सीवान जिले में सबसे ज्यादा लोगों के आने के मामले को गंभीरता से बताते हुए इन सभी लोगों की समुचित जांच कराने की बात कही गयी है. विदेशों खासकर खाड़ी देशों से बिहार आये लोगों में कोरोना पॉजिटिव के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. ऐसे में खाड़ी देशों से बिहार के सभी जिलों में आये लोगों की पहचान कर समुचित जांच कराने की व्यवस्था की जा रही है.
पटना में 1642 घरों का सर्वेक्षण
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जिलाधिकारी कुमार रवि के निर्देश पर शुक्रवार को घर-घर जा कर सर्वेक्षण किया गया. इस अभियान के तहत कुल 75 वार्डों में 375 टीमों ने 1642 घरों का सर्वेक्षण किया. इस दौरान हर घर में लोगों के संबंध में पूरी जानकारी ली गयी. सर्वेक्षण का कार्य रही टीम में सेनेटरी इंस्पेक्टर, आंगनबाड़ी सेविका, आशा व बीएलओ शामिल हैं.
पूमरे ने खुद तैयार किये 40 हजार मास्क व पांच हजार लीटर सैनिटाइजर
पूर्व मध्य रेल के पांचों रेलमंडल में ड्यूटी पर तैनात करीब 30 हजार रेलकर्मियों के कोरोना वायरस किट के लिए पूर्व मध्य रेल को बाजार से खरीदारी नहीं करनी पड़ेगी. पूर्व मध्य रेल के पांचों रेलमंडल ने अपने स्तर पर ही अब तक 40 हजार मास्क व पांच हजार लीटर सैनिटाइनर तैयार किया है, जो रेलकर्मियों के लिए उपयुक्त है. पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि सिर्फ शुक्रवार को मंडलों व मुख्यालय में 3411 मास्क व 333 लीटर सैनिटाइजर तैयार किया गया है. साथ ही 8463 लीटर कीटनाशक दवा भी तैयार किया गया, जिसे कार्यस्थलों पर छिड़काव किया जा रहा है.
अब आधा पीएमसीएच होगा कोरोना वार्ड
कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है. अब आधा पीएमसीएच कोरोना वार्ड में बदल दिया जायेगा. इससे कोरोना संकट के बढ़ने की स्थिति में बड़ी मदद मिलेगी. कोरोना से जंग में इसे बड़ी तैयारियों के तौर पर देखा जा रहा है.आधे पीएमसीएच के कोरोना वार्ड बनने के बाद फिलहाल 720 बेड कोरोना के संभावित मरीजों लिए सुरक्षित रहेंगे.
बिहार में कोरोना का संक्रमण नहीं बढ़े और आम लोगों को इस बीमारी से जल्दी निजात मिले इसको लेकर पुलिस-प्रशासन जुटा है. अब पुलिस ने मार्च माह में पटना जिले से दिल्ली जाने वालों का कोरोना कनेक्शन तलाशना शुरू कर दिया है. पुलिस ने टेलीकॉम कंपनी से ऐसे दो हजार मोबाइल नंबरों का डाटा जुटाया है जो पटना जिले से दिल्ली जाकर वापस लौटे हैं. पुलिस यह पता कर रही है कि वे दिल्ली क्यों गये थे? किस-किससे मुलाकात हुई और किसी धर्मस्थल में तो नहीं गये? पुलिस की मानें तो करीब 10 हजार ऐसे लोगों के नाम पता चले हैं. 15 फरवरी से 23 मार्च के बीच दिल्ली व पटना के बीच तक का सफर किये हैं. संबंधित लोगों की लिस्ट पुलिस ने तैयारी की है. जिन लोगों के नाम की जानकारी पुलिस को मिली है, उनकी सत्यापन की जा रही है