Coronavirus Lockdown : तबलीगी जमात का आयोजन मौत को दावत देने जैसा जुर्म : सुशील मोदी
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन को देखते हुए नवरात्र में भी सारे मंदिर बंद रखे गये. गुरुद्वारे केवल भूखों को भोजन देने के काम कर रहे हैं. वहीं, चर्च और मस्जिदों में भी सामूहिक प्रार्थना या नमाज नहीं हो रही है. ऐसे में देश-विदेश के 3000 से ज्यादा लोगों को बुलाकर तबलीगी जमात का आयोजन करना मौत को दावत देने जैसा जुर्म है.
पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर तबलीगी जमात के कार्यक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन को देखते हुए नवरात्र में भी सारे मंदिर बंद रखे गये. गुरुद्वारे केवल भूखों को भोजन देने के काम कर रहे हैं. वहीं, चर्च और मस्जिदों में भी सामूहिक प्रार्थना या नमाज नहीं हो रही है. ऐसे में देश-विदेश के 3000 से ज्यादा लोगों को बुलाकर तबलीगी जमात का आयोजन करना मौत को दावत देने जैसा जुर्म है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि यह इस्लाम की भलाई नहीं, बल्कि मजहब को बदनाम करने वाली हरकत है, जिसके लिए मौलाना साद को माफी मांगनी चाहिए.
अपने एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने जीवन की कठिनाइयों के बीच भी मर्यादा पालन करने का सनातन संदेश देने वाले भगवान श्री राम के जन्मोत्सव रामनवमी पर बिहारवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी. साथ ही कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इस वर्ष कोई शोभायात्रा न निकालें, बल्कि अपने-अपने घर में ही पूजा-पाठ कर अपनी श्रद्धा प्रकट करें. लॉकडाउन की मर्यादा और लक्ष्मण रेखा का पालन करना भी राम-भक्ति है.