Coronavirus Lockdown : कोरोना संक्रमितों के इलाज का पूरा खर्च उठायेगी बिहार सरकार : नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी डीएम और एसपी से कहा है कि वो अपने इलाके के जनप्रतिनिधियों के सहारे राज्य के एक-एक व्यक्ति की फीडबैक और राय लेकर कोरोना वायरस से निबटने की सरकार के प्रयास में तेजी लाएं. बुधवार को राज्य के सभी जन प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फीडबैक ली.

By Samir Kumar | April 1, 2020 8:45 PM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी डीएम और एसपी से कहा है कि वो अपने इलाके के जनप्रतिनिधियों के सहारे राज्य के एक-एक व्यक्ति की फीडबैक और राय लेकर कोरोना वायरस से निबटने की सरकार के प्रयास में तेजी लाएं. बुधवार को राज्य के सभी जन प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फीडबैक ली.

सभी जिले के डीएम और एसपी की मौजूदगी में करीब तीन घंटे से अधिक चली वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है. इसे विश्वव्यापी संकट बताते हुए कहा कि सरकार इसके लिए पूरे इंतजाम कर रही है. डरना नहीं है, सिर्फ सचेत रहना है. सचेत रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना से इलाज और जांच का पूरा खर्च उठायेगी. इसके लिए कोरोना उन्मूलन फंड भी बन गया है. राज्य सरकार द्वारा जो भी संभव होगा, वह सब किया जायेगा.

कोरोना फंड भी हो गया गठित

सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना वायरस के खात्में के लिए सरकार ने कोरोना उन्मूलन फंड का गठन किया है. इसमें सभी विधायक और विधान पार्षदों से सीएम एच्छिक कोष से पचास लाख रुपये लिये गये हैं. उन्होंने बताया कि सभी विधायक और एमएलसी को सरकार साल में तीन करोड़ रुपये की अनुशंसा का अधिकार दी गयी है. इसमें से प्रत्येक के एच्छिक कोष से कम से कम पचास लाख रुपये और कोई अधिक देने की इच्छा रखते हों तो और भी राशि इस कोष के लिए जी जा सकेगी.

आपदा प्रबंधन के लिए सौ करोड़ रुपये

सीएम ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए सौ करोड़ रुपये दिये गये हैं. और भी जरूरत होगी तो वह भी देंगे. सीएम ने कहा कि एक व्यक्ति के चलते 11 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गये. जिस गाड़ी में उन्हें लाया गया था, उस गाड़ी को चलाने वाले की भी जांच की भी होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि गांवों से लोगों के फोन सीएम आवास के नंबर पर आ रहा है. सारे लोगों को अवेयरनेस की जरूरत है.

बिहार के बाहर फंसे लोगों को भी सीएम राहत कोष से मिलेगी मदद

पीएम का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की बात कही गयी है. राज्य का आकलन करके सरकार को जो भी लगा वह कर रही है. होली के बाद और होली के दिन भी मिलने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. 12 मार्च से ही स्वास्थ्य विभाग को तैयारी करने को कहा गया. बिहार के बाहर जो लोग हैं उनको सीएम राहत कोष से मदद करेंगे. स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है कि मास्क से लेकर डॉक्टर आदि की व्यवस्था की जा रही है.

पूरी टीम दिन रात कर रही काम

नीतीश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम रात दिन काम कर रही है. केंद्र के द्वारा भी ई योजनाएं चलायी गयी है. गरीब राज्य होने के बावजूद राज्य सरकार अपने स्तर से पूरा प्रबंध कर रही है. उन्होंने जन प्रतिनिधियों से अपील की कि कोई भी व्यक्ति कष्ट में नहीं रहे, यह देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि आप लोगों के मन में कोई भी बात आती है तो डीएम और एसपी के माध्यम से हल निकाला जायेगा.

जो लोग सचमुच गांवों में हैं, उनके मन में और भी बातें आ सकती है, उसका भी आकलन किया जाना चाहिए. प्रतिदिन निरंतर बातें होनी चाहिए. सारे अधिकारी काम में लगे हैं. अपील कि जो स्थिति है लॉकडाउन का पालने करें, अकारण इसका उल्लंघन नहीं करें.

सामाजिक दूरी बनाये रखने की सलाह

मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले दिनों दिल्ली से कितने लोग इकट्ठा हो गये, हमलोगों ने सभी जिलावर्ती जिलों पर इंतजाम किया. फिर वहां से उनके गांव तक ले गये. सबका ख्याल किया जायेगा. अन्य प्रकार से भी स्वास्थ्य पर किसी को असर पड़ता है तो डीएम और एसपी को कहा कि उनका ख्याल रखें.

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