Lockdown 2.0 : दूसरे राज्यों में फंसे 17.28 लाख बिहारियों के खाते में भेजी गयी हजार रुपये की सहायता राशि, अब तक मिले 27.27 लाख आवेदन
लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के लोगों की मदद की फरियाद बढ़ती ही जा रही है. बुधवार तक आपदा प्रबंधन विभाग के समक्ष 27 लाख 27 हजार से आिक आवेदन आये, जिसमें विशेष सहायता की गुहार लगायी गयी है. विभाग ने इनमें से जांच के बाद 17 लाख 29 जार से अधिक खातों में हजार रुपये की सहायता राशि भेज दी है. बुधवार को सूचना सचिव अनुपम कुमार ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 203 आपदा राहत केंद्रों में 72 हजार से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है.
पटना : लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के लोगों की मदद की फरियाद बढ़ती ही जा रही है. बुधवार तक आपदा प्रबंधन विभाग के समक्ष 27 लाख 27 हजार से आिक आवेदन आये, जिसमें विशेष सहायता की गुहार लगायी गयी है. विभाग ने इनमें से जांच के बाद 17 लाख 29 जार से अधिक खातों में हजार रुपये की सहायता राशि भेज दी है. बुधवार को सूचना सचिव अनुपम कुमार ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 203 आपदा राहत केंद्रों में 72 हजार से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर आरंभ हुए डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस में सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, पुलिस मुख्यालय से एडीजी जितेंद्र कुमार एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी.
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से उत्पन्न हालात के हर पहलूओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और जरुरतमंद को हरसंभव मदद का लगातार निर्देश दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर स्थित 1401 क्वारेंटिन सेंटर में 12 हजार पांच सौ लोग ठहरे हैं. इन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया करायी जा रही है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे नौ राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केंद्रों पर अब तक 13 लाख 27 हजार लोगों को राहत पहुंचायी गयी है.
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा कि लाकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और इससे निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा है, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में डोर टू डोर स्क्रीनिंग के तहत में अब तक 75 लाख 23 हजार घरों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं, जिनमें 3173 लोगों में बुखार, खांसी एवं सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पाये गये. उन्होंने बताया कि बिहार में अब तक 79 कांटेंमेंट जोन बनाया गया है, जिसमें तीन लाख 80 हजार घर शामिल हैं.