Bihar : सिपाही को उठक-बैठक कराने वाले अधिकारी के प्रमोशन पर बोले कृषि मंत्री, जांच प्रभावित नहीं होने के लिए किया गया ट्रांसफर
बिहार में सिपाही के उठक-बैठक कराने वाले अररिया जिला कृषि पदाधिकारी को मुख्यालय में उप निदेशक के पद पर स्थानांतरित करने पर कृषि मंत्री डाॅ. प्रेम कुमार ने सफाई दी है. कृषि मंत्री ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जिला कृषि पदाधिकारी को जब मुख्यालय में स्थानांतरित किया जाता है तो उपनिदेशक के पद पर आते हैं. इसमें पदोन्नति का कोई मामला नहीं है.
पटना : बिहार में सिपाही के उठक-बैठक कराने वाले अररिया जिला कृषि पदाधिकारी को मुख्यालय में उप निदेशक के पद पर स्थानांतरित करने पर कृषि मंत्री डाॅ. प्रेम कुमार ने सफाई दी है. कृषि मंत्री ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जिला कृषि पदाधिकारी को जब मुख्यालय में स्थानांतरित किया जाता है तो उपनिदेशक के पद पर आते हैं. इसमें पदोन्नति का कोई मामला नहीं है. दोनों समकक्ष पद हैं और वहां जांच प्रभावित नहीं हो, इसलिए उनका स्थानांतरण किया गया है.
कृषि मंत्री ने कहा कि कुछ लोग बिना कुछ जाने यह अफवाह फैलाने में लगे हुए हैं कि जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को प्रमोशन देकर मुख्यालय में स्थानांतरित किया गया है. मंत्री ने कहा कि उनके विरुद्ध जांच चल रही है. अररिया पुलिस द्वारा उनके विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है. पुलिस द्वारा भी अनुसंधान का कार्य किया जा रहा है. जांच कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए मनोज कुमार को वहां से हटा दिया गया है और समकक्ष पद पर रखते हुए उनका स्थानांतरण किया गया है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में जिला कृषि पदाधिकारी और उप निदेशक दोनों समान पद है, इसलिए उनकी प्रोन्नति की कोई बात नहीं है.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को एक पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी की वीडियो प्राप्त हुआ था, जिस पर संज्ञान लेकर मैंने शोकॉज किया गया और जांच के आदेश दिये गये. इसके साथ ही, उन पर जिला पुलिस द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है. गौरतलब है कि जांच रिपोर्ट आने व उनके दोषी पाये जाने के बाद आगे निलंबन व विभागीय कार्रवाई के लिए प्रपत्र क का गठन किया जाना है.
प्रेम कुमार ने कहा कि पूरे देश में कोरोना के खिलाफ महायुद्ध में डॉक्टर्स, नर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ पुलिस के जवान भी अपनी जान की परवाह किये बगैर दिन-रात लोगों की सेवा में लगे हुए हैं. ऐसे वीर योद्धाओं के साथ इस तरह का अशिष्ट व्यवहार बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार इसके प्रति सख्त है इसी मामले में शामिल एक सब-इंस्पेक्टर को निलंबित भी कर दिया गया है.
कृषि मंत्री ने कहा कि जिला कृषि पदाधिकारी की विरुद्ध भी जांच प्रतिवेदन प्राप्त होते ही नियमानुकूल कार्रवाई निश्चित रूप से की जायेगी. उन्होंने कहा कि मैं सभी को आश्वस्त करना चाहूंगा कि कोरोना वारियर्स के साथ किसी भी प्रकार का दुर्वयवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोनों को कड़ी-से-कड़ी सजा दी जायेगी.