आनंद तिवारी, पटना: कोरोना संक्रमण को लेकर पटना के डॉक्टर हैरान भी हैं और परेशान भी. जांच रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद भी चार दिन में मरीज के फेफड़े वायरस के कब्जे में आ रहे हैं. ऐसे कई केस आ चुके हैं. इन मरीजों की आरटीपीसीआर जांच में भी संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है. जब इनका सीटी स्कैन कराया गया तो पता चला कि 60 से 70 फीसदी फेफड़े संक्रमण की चपेट में हैं. ऐसी अवस्था को गंभीरता से जोड़कर देखा जाता है.
पीएमसीएच के फिजियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार सिंह ने बताया कि वायरस जल्द फेफड़ों तक पहुंच रहा है. ऐसे में लक्षण होने पर देरी नहीं करनी चाहिए. फेफड़ों में संक्रमण होने से मरीजों को ज्यादा ऑक्सीजन की भी जरूरत पड़ने लगी है. बुखार, खांसी, सांस फूलने जैसी परेशानी होने के बाद भी रिपोर्ट निगेटिव मिल रही है.
पीएमसीएच के कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ अरुण अजय ने बताया कि पिछले सप्ताह पटना सिटी 45 वर्षीय निवासी राकेश कुमार नाम के एक मरीज को भर्ती किया था. मरीज की दो बार आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आयी थी. दो दिन बाद सीटी स्कैन से पता चला कि मरीज के फेफड़े काफी हद तक वायरस की जद में आ चुके थे.
रामकृष्णा नगर निवासी मनीष शंकर को कुछ दिन पहले एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटव आयी है. उन्हें खांसी और सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. सीटी स्कैन की जांच में फेफड़ों में हल्का इंफेक्शन सामने आया था. संदिग्ध होने पर पाजिटिव प्रोटोकाल के मुताबिक उनका इलाज किया गया. वे अब स्वस्थ्य होकर घर लौट गये हैं.
कोरोना की रिपोर्ट वायरस लोड पर भी निर्भर करती है. अभी संक्रमितों के फेफड़ों में जल्द वायरस पहुंच रहा है. अगर किसी को लक्षण हो तो तुरंत क्लीनिक में जाकर जांच करवाएं. बावजूद अगर बीमारी कम नहीं हो रही है तो तुरंत सिटी स्कैन करवाएं.
डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना
POSTED BY: Thakur Shaktilochan