CoronaVirus : अब कोरोना का इलाज सभी जिलों के निजी अस्पतालों में भी, डीएम को मिला अिधकार
अब जिलों में निजी अस्पतालों में भी कोरोना का इलाज होगा. राज्य सरकार ने सभी डीएम को यह अधिकार दिया है कि वह अपने जिले में निजी अस्पतालों को चिह्नित कर कोरोना का इलाज शुरू कराएं.
पटना : अब जिलों में निजी अस्पतालों में भी कोरोना का इलाज होगा. राज्य सरकार ने सभी डीएम को यह अधिकार दिया है कि वह अपने जिले में निजी अस्पतालों को चिह्नित कर कोरोना का इलाज शुरू कराएं. साथ ही कोरोना का इलाज करने वाले सभी अस्पतालाें में हेल्प डेस्क खुलेंगे. इन अस्पतालों में रिसेप्शन की व्यवस्था होगी, जहां कोई भी व्यक्ति कोरोना की जांच और इलाज से संबंधित जानकारी हासिल कर सकेगा.
मंगलवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में कोर ग्रुप की बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया. सरकार ने कोरोना जांच की आॅन डिमांड व्यवस्था की है. इस सप्ताह के अंत तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी जांच की सुविधा मुहैया करा दी जायेगी. जिलों के अस्पतालों में टेलीफोन पर भी चिकित्सकीय सलाह दी जा रही है.
सूचना सचिव अनुपम कुमार और स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. सभी आइसोलेशन सेंटर और कोरोना के इलाज के लिए नामित अस्पतालों में सारी सुविधाएं दी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि मरीज की हालत में सुधार नहीं हो तो उसे मेडिकल काॅलेज अस्पतालों में रेफर किया जायेगा. अस्पतालों में स्टाफ और डाॅक्टरों की पूरी ट्रेनिंग दी जा रही है.
पर्याप्त संख्या में बेड मुहैया कराये जा रहे हैं. जिन लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, स्वास्थ्य विभाग उनकी सेहत की भी नियमित माॅनिटरिंग कर रहा है. अस्पतालों में प्रबंधन ठीक रहे, इसके लिए सपोर्ट सिस्टम तैयार किया गया है. स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि होम आइसोलेशन में यदि हालत में सुधार नहीं होता है तो ऐसे मरीजों को कोविड डेडिकेटेड अनुमंडल अस्पतालों में भर्ती किया जायेगा. इससे भी स्थिति नहीं सुधरी तो मेडिकल काॅलेज अस्पतालों में मरीज का इलाज होगा.
उन्होंने कहा कि जेएलएनएमसीएच भागलपुर, एएनएमएमसीएच गया और एनएमसीएच पटना को पहले से ही कोविड अस्पताल घोषित किया गया है. अब बाकी सभी छह मेडिकल काॅलेज अस्पतालों में भी 100-100 बेड अलग से चिह्नित कर रखे गये हैं. जिलों को भी मेडिकल काॅलेज अस्पताल आवंटित कर दिये गये हैं, ताकि सभी को मालूम रहे कि किस जिले के व्यक्ति को किस मेडिकल काॅलेज में इलाज कराना है. एनएमसीएच के तहत पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड और एम्स के अधीन बिहटा के इएसआइ अस्पताल में 100 बेड सुरक्षित रखे गये हैं.
कोरोना संक्रमित एमएलसी सुनील कुमार सिंह का निधन : कोरोना संक्रमित भाजपा विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह का मंगलवार की रात पटना एम्स में निधन हो गया. उन्हें कोरोना पॉजिटिव होने पर छह दिन पहले एम्स में भर्ती कराया गया था. बताया जाता है कि रात 8:45 बजे हार्ट अटैक आया, जिससे उनकी मौत हो गयी. वह पहली बार दरभंगा जिले से स्थानीय प्राधिकार से बिहार विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे . वहीं, कोराेना पॉजिटिव ग्रामीण कार्य मंत्री के कार्यालय में कार्यरत एक कर्मी की भी मौत हो गयी. वह रिटायरमेंट के बाद यहां संविदा पर कार्यरत थे. सीएम ने जताया शोक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल फागू चौहान ने विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्ता की है. नीतीश कुमार ने कहा कि सुनील कुमार सिंह काफी लोकप्रिय थे. सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी अभिरुचि थी. उनका निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है. स्व. सिंह के निधन का समाचार मिलते ही मुख्यमंत्री ने उनके पुत्र सुजीत कुमार से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी उनके निधन पर गहरा दु:ख प्रकट किया है. मोदी ने कहा कि उनके निधन पर भाजपा परिवार और वह खुद मर्माहत हैं. विधान विजय कुमार चौधरी और सूचना मंत्री नीरज कुमार ने भी शोक प्रकट किया. उन्होंने कहा कि सुनील कुमार सिंह के निधन से राजनीतिक व सामाजिक जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ मदन मोहन झा ने भी एमएलसी सुनील कुमार सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है. िबहार में 1109 नये केस, 1206 और ठीक पटना. राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या में 1109 की वृद्धि हुई है. यह वृद्धि दो दिनों में हुई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को 431, तो रविवार को 678 सैंपल पॉजिटिव पाये गये. इसके साथ ही राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़कर 28,564 हो गयी है.
पटना चार हजार से अधिक संक्रमितों वाला राज्य का पहला जिला बन गया है. वहीं, पिछले 24 घंटे में 1206 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं. अब तक 18,741 संक्रमित ठीक होकर घर लौट चुके हैं. रिकवरी रेट एक बार फिर बढ़ कर 65.61% हो गया है. इधर पिछले 24 घंटे में 11 और कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गयी. अब तक कोरोन से 198 की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को जिन 25 जिलों में 431 नये पॉजिटिव मिले, उनमें सर्वाधिक पटना के 69 संक्रमित थे. इसके अलावा भागलपुर में 51, मुजफ्फरपुर में 50, गया में 46, जहानाबाद व सहरसा में 26-26, पूर्वी चंपारण में 23, बक्सर में 21, वैशाली व शेखपुरा में 14-14, अरवल, मधेपुरा, पूर्णिया व सीतामढ़ी में 11-11, सुपौल व लखीसराय में आठ-आठ, दरभंगा में सात, बांका में छह, शिवहर व पश्चिम चंपारण में पांच-पांच, मधुबनी में तीन, नालंदा में दो, जमुई, मुंगेर व नवादा में में एक-एक नये केस मिले हैं.
इसी प्रकार रविवार को 31 जिलों में सबसे अधिक 67 नये केस रोहतास में पाये गये, जबकि वैशाली में 62 और पटना व मुजफ्फरपुर में 61-61 नये पॉजिटिव मिले. इसके अलावा गया में 52, सारण में 32, भोजपुर में 31, भागलपुर में 30, बक्सर में 25, किशनगंज में 24, जमुई में 23, शेखपुरा व सहरसा में 21-21, अररिया में 19, पूर्णिया में 18, सीतामढ़ी में 16, सीवान में 14, मधेपुरा में 13, दरभंगा व पूर्वी चंपारण में 12-12, खगड़िया में 11, समस्तीपुर में नौ, बांका, शिवहर व नालंदा में आठ-आठ, अरवल में छह, लखीसराय में पांच, मुंगेर में चार, नवादा में दो और पश्चिमी चंपारण में एक नये मामले पाये गये.
Post by : Pritish Sahay