नयी दिल्ली/पटना : वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने केंद्र सरकार को कोरोना संकट से निपटने के अभियान में छात्रों, मजदूरों और यहां तक कि राज्यों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने से बचने की नसीहत दी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के मद्देनजर बिना तैयारी किये देशव्यापी बंदी (लॉकडाउन) को लागू कर दिया.
न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, शरद यादव ने कहा कि इससे लॉकडाउन में गरीबों, छात्रों और कामगारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण के लॉकडाउन में लोगों को संभावित परेशानियों से बचाने के लिये सरकार ने कोई तैयारी नहीं की और अब छात्रों एवं मजदूरों को सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये का सामना करना पड़ रहा है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने कहा कि अब तो केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन का जायजा लेने के लिये भेजे गये केंद्रीय दल भी राज्य सरकारों के साथ पक्षपात कर रहे हैं. उन्होंने ट्विटर पर सरकार को नसीहत देते हुए कहा, ‘‘इस स्थिति में बिना पक्षपात के शासन करना चाहिए.”
शरद यादव ने कोरोना संकट के दौरान उपजे वैश्विक परिदृश्य का हवाला देते हुए कहा कि सरकार को चीन के बाजार पर अपनी पकड़ बनाने की संभावनाओं को नहीं गंवाना चाहिए. उन्होंने बयान में कहा कि कोरोना संकट ने चीन के बाजार में अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों की पकड़ को शिथिल किया है. उन्होंने कहा कि यद्यपि यह वैश्विक संकट का दौर है, फिर भी भारत के आर्थिक हितों को देखते हुए सरकार को चीन के साथ अपने आर्थिक हितों को व्यापक फलक पर विस्तार देना चाहिए.