Coronavirus Vaccine: पटना एम्स में आज से वैक्सीन के दूसरे डोज की होगी शुरुआत, अब तक 39 लोगों पर हो चुका है ट्रायल

Coronavirus Vaccine पटना एम्स में 15 जुलाई से कोरोना वैक्सीन का पहला ट्रायल शुरू हुआ था. गुरुवार से वैक्सीन का दूसरा डोज देने की शुरुआत की जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 30, 2020 6:12 AM

पटना. पटना एम्स में 15 जुलाई से कोरोना वैक्सीन का पहला ट्रायल शुरू हुआ था. गुरुवार से वैक्सीन का दूसरा डोज देने की शुरुआत की जायेगी. अब तक 39 लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल हुआ है. यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को दी. उन्होंने एम्स का निरीक्षण कर बताया कि एम्स सहित कोविड अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं. श्री पांडेय पीपीइ किट पहनकर कोविड मरीजों से मिले और उनका कुशलक्षेम जाना

. निरीक्षण के दौरान मरीजों ने अस्पताल प्रबंधन और व्यवस्था पर संतोष जताते हुए प्रसन्नता जाहिर की. स्वास्थ्य मंत्री के पूछने पर कोविड मरीजों ने बताया कि सभी पालियों में चिकित्सक, नर्स और पारा मेडिकलकर्मी लगातार उपलब्ध रहते हैं. एम्स के निरीक्षण के बाद संवाददाताओं से स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एम्स में कुल 30 वार्ड हैं, जिनमें 450 बेडों की क्षमता का इलाज वाला कोविड डेडिकेटेड हाॅस्पिटल बनाया गया है. इसमें कुल 76 बेड आइसीयू के वेंटिलेटरयुक्त हैं. इसके अतिरिक्त 21 वेंटिलेटरों की भी व्यवस्था की गयी है. सभी बेडों पर आॅक्सीजन पाइप लाइन से आॅक्सीजन की सप्लाइ होती है.

अगले दो दिनों में 20 हजार सैंपल की हर दिन जांच

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर राज्य में अगले दो दिनों में प्रतिदिन 20 हजार काेरोना सेंपल की जांच शुरू हो जायेगी. सभी जिलों में चार वेंटिलेटर के साथ आइसीयू तैयार किया जा रहा है. यहां कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज संभव हो पायेगा. पूरे राज्य में कोरोना के इलाज के लिए 394 अस्पताल उपलब्ध हैं, जिनमें 44 हजार बेडों की क्षमता रखी गयी है.

इनमें 26 हजार बेड लग चुके हैं. अस्पतालों में 12 हजार आॅक्सीजन सिलिंडर रखे गये हैं. पचीस सौ आॅक्सीजन के पाइप लगे बेड तैनात रखे गये हैं. 270 आइसीयू और 383 वेंटिलेटर तैयार किये गये हैं. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अस्पतालों में तैनात डेडिकेटिड टीम से काफी सुधार हुआ है. कंट्रोल टीम के तैनात अधिकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे और होम आइसोलेशन में रहे मरीजों का प्रतिदिन हालचाल ले रहे हैं.

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