Bihar News: सीबीआई की विशेष अदालत ने शुक्रवार को एनआईए पटना शाखा के भ्रष्ट डीएसपी अजय प्रताप सिंह समेत तीन लोगों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया. सीबीआई ने डीएसपी अजय प्रताप सिंह, उनके साले हिमांशु और एक एजेंट ऋतिक को विशेष न्यायाधीश सुनील कुमार सिंह की अदालत में पेश किया. जहां अदालत ने तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. सीबीआई ने उन्हें पुलिस रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया है। रिमांड पर शनिवार को सुनवाई होगी.
20 लाख रिश्वत लेते सीबीआई ने किया था गिरफ्तार
इससे पहले गुरुवार को एनआईए की पटना शाखा के डीएसपी अजय प्रताप सिंह को दो एजेंटों के साथ 20 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था. केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने डीएसपी के खिलाफ मिले इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की है. गिरफ्तार डीएसपी से पूछताछ की गई है. मामले की जांच जारी है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों को गया में ही रखा गया है.
मनोरमा देवी के बेटे ने डीएसपी पर लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप
जानकारी के अनुसार, सीबीआई को एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत मिली थी. पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी के बेटे और रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक रॉकी यादव ने एनआईए केस में पटना शाखा के जांच अधिकारी (आईओ) रहे डीएसपी पर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था. इसके अनुसार, कुछ दिन पहले एनआईए ने रॉकी यादव की कंपनी और ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की रकम बरामद हुई थी. उस केस के आईओ सीनियर डीएसपी अजय प्रताप सिंह थे.
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रॉकी यादव ने की सीबीआई से शिकायत
इस मामले में एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप ने रॉकी यादव से अपने साले हिमांशु के जरिए 20 लाख रुपए मांगे थे. लगातार रिश्वत के लिए दबाव बनाने के बाद रॉकी यादव ने सीबीआई से शिकायत की. इसके बाद सीबीआई ने उसे ट्रैप करने की रणनीति बनाई, रॉकी ने हिमांशु को तय समय पर 20 लाख रुपए लेने के लिए बुलाया. पहले से घात लगाए बैठी सीबीआई और एनआईए की टीम ने उसे धर दबोचा. सूत्रों का कहना है कि सीबीआई की टीम ने अजय प्रताप और हिमांशु के पटना स्थित घर की तलाशी भी ली.