पटना: मौसम के बदलने के साथ ही खांसी, पेट दर्द, फंगल इन्फेक्शन और बुखार के मरीज बढ़ने शुरू हो गये हैं. इनमें बच्चे व किशोरों की संख्या सबसे अधिक है. इसी के चलते शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और गार्डिनर रोड अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों तक मरीजों की भीड़ लग रही है. कुल मरीजों में 50 प्रतिशत मरीज मौसमी बीमारी से पीड़ित बताये जा रहे हैं.
पीएमसीएच के चर्म रोग विभाग में बीते पांच दिनों से रोजाना करीब 400 मरीज फंगल इन्फेक्शन 250 से अधिक मरीज मेडिसिन विभाग में मौसमी बीमारी के पहुंच रहे हैं. इनमें 10 प्रतिशत गंभीर मरीजों को पीएमसीएच के टाटा वार्ड, हथुआ वार्ड, इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है.
पीएमसीएच में आम दिनों में जहां करीब 1700 से 1800 तक मरीज अपना इलाज कराने पहुंचते हैं. वहीं अभी पिछले पांच दिनों से रोजाना करीब 2200 से 2300 मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं. जिनमें करीब आठ सौ से एक हजार तक मौसमी बीमारियों से ग्रसित पहुंच रहे हैं. इनमें करीब 30 प्रतिशत मरीज बैक्टीरिया व मच्छर जनित रोगों से ग्रसित होकर इलाज के लिए आते हैं. वहीं सबसे अधिक उलटी, दस्त, बुखार, चर्म रोग, खुजली, दाद, आंख लाल होना और जलन होना, पेट दर्द आदि की समस्या हो रही है.
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आइजीआइसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एनके अग्रवाल ने बताया कि अचानक गर्मी कम होने व इस मौसम में खासकर बच्चों में बैक्टीरिया और वायरस आसानी से फैल सकते हैं. ऐसा खासकर तब होता है जब सब्जियां, अनाज या फल को अच्छे से धोया न गया हो या बच्चों के हाथ गंदे हों. आइजीआइसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एनके अग्रवाल बताते हैं कि बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है. क्योंकि वे किसी भी चीज को छूते रहते हैं. इसलिए वे कीटाणुओं के संपर्क में बेहद आसानी से आ सकते हैं. ऐसे में बच्चों को भी साफ-सफाई से रहने की जानकारी देना बहुत जरूरी है.
Published By: Thakur Shaktilochan