COVID-19 Bihar: सीएम नीतीश ने आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने का दिया निर्देश, सभी जिलों के डीएम से लिया अपडेट…
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की संख्या अधिक बढ़ायी जाये. इसके लिए उन्होंने संबंधित मशीनों को अधिक संख्या में जल्द उपलब्ध कराने की बात कही. दियारा और टाल इलाके में भी ज्यादा-से-ज्यादा जांच कराने का निर्देश दिया. कहा कि जिन जिलों में कोरोना के एक्टिव मरीज ज्यादा मरीज हैं, वहां टेस्टिंग की संख्या ज्यादा बढ़ाने की आवश्यकता है.
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की संख्या अधिक बढ़ायी जाये. इसके लिए उन्होंने संबंधित मशीनों को अधिक संख्या में जल्द उपलब्ध कराने की बात कही. दियारा और टाल इलाके में भी ज्यादा-से-ज्यादा जांच कराने का निर्देश दिया. कहा कि जिन जिलों में कोरोना के एक्टिव मरीज ज्यादा मरीज हैं, वहां टेस्टिंग की संख्या ज्यादा बढ़ाने की आवश्यकता है.
एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री शुक्रवार को एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी आयुक्त व डीएम समेत अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना से संबंधित समीक्षा बैठक कर रहे थे. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने जानकारी दी कि राज्य में तीन सितंबर तक पहली कोवास 8800 मशीन आ जायेगी. इससे आरटीपीसीआर जांच की मौजूदा संख्या में 3600 की बढ़ोतरी हो जायेगी. दूसरी मशीन भी जल्द ही आ जायेगी. स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि पीएम केयर फंड से बिहटा में 500 बेडों का कोविड हॉस्पिटल 23 अगस्त से काम करने लगेगा, जबकि मुजफ्फरपुर में भी बहुत जल्द कोविड हॉस्पिटल बनकर काम करने लग जायेगा.
कोरोना से संबंधित सभी आंकड़ों को अपडेट रख रणनीति बनाकर काम करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक-से-अधिक जांच होने से संक्रमितों की पहचान हो सकेगी, जिससे उनका सही समय पर इलाज हो सकेगा और बाकी लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना से संबंधित सभी आंकड़ों को अपडेट रखें और उसके आधार पर रणनीति बनाकर काम करें. सीएम ने कहा कि राज्य का जनसंख्या घनत्व ज्यादा है. इसलिए कोरोना से बचाव को लेकर हम सभी को ज्यादा सचेत रहना होगा. खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. बाढ़ की स्थिति में एसओपी के अनुसार कार्रवाई करें और कोरोना से निबटने के लिए अग्रिम योजना और उसके लिए आवश्यक व्यवस्था तैयार रखें.
जिलों ने बतायी कोरोना स्थिति
समीक्षा के दौरान बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, सहरसा, भागलपुर, पटना, मधुबनी और पूर्वी चंपारण के डीएम ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रतिदिन जिले में टेस्टिंग में हो रही वृद्धि, कोरोना हॉस्पिटल में बेडों की उपलब्धता, रिकवरी रेट, कॉटैक्ट ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन में अधिक-से-अधिक जांच, सोशल डिस्टैंसिंग का पालन और माइकिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक करना, नियंत्रण कक्ष के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी लेना, जिला टीम के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का निरीक्षण आदि से संबंधित जानकारी दी.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा सभी आयुक्त व डीएम जुड़े
इस दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, गोपाल सिंह समेत अन्य मौजूद थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा सभी आयुक्त व डीएम जुड़े हुए थे.
बिहार का रिकवरी रेट राष्ट्रीय स्तर से ज्यादा
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सात अगस्त तक कोरोना के आठ लाख 70 हजार 852 सैंपल की जांच हो चुकी थी, जो आज बढ़कर 22 लाख 28 हजार 516 तक पहुंच गयी है. इस दौरान राज्य की रिकवरी रेट 64.44% से बढ़कर अब 78.05% हो गयी है. यह राष्ट्रीय औसत 74.80% से 3.25% ज्यादा है. उन्होंने जिलावार प्रति लाख एक्टिव मरीज और कोरोना पॉजिटिव अनुपात की जानकारी दी. 13 जिलों में 10% से ज्यादा पॉजिटिव अनुपात है. इसे नियंत्रित करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य किये जा रहे हैं. आरटीपीसीआर, ट्रुनेट और रैपिड एंटीजन टेस्ट को मिलाकर रोज 1.15 लाख से अधिक सैंपलों की जांच की जा रही है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya