पटना: कोविड सेंटर बने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत निरीक्षण को पहुंचे, अधिकारियों के साथ अस्पताल पहुंचे प्रधान सचिव ने वार्ड में भर्ती मरीजों से हालचाल जानने के लिए पीपीइ किट पहन वार्डों का निरीक्षण किया. प्रधान सचिव मेडिसिन, आइसीयू व अन्य वार्ड में भर्ती मरीजों से हालचाल पूछा, उपचार व्यवस्था की जानकारी ली. इस दौरान मरीजों ने अस्पताल में कायम कमियों व हो रही परेशानी से प्रधान सचिव को अवगत कराया. इस दौरान अधिकांश मरीजों ने डॉक्टर के राउंड पर नहीं आने व बेड पर मृतक के शव पड़े होने की शिकायत भी की. प्रधान सचिव ने हेल्प डेस्क का भी निरीक्षण कर कार्य प्रणाली को जाना.
निरीक्षण के उपरांत प्रधान सचिव अस्पताल के अधीक्षक कक्ष में बैठक की. जिसमें कॉलेज प्राचार्य डॉ हीरा लाल महतो, अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह, उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ उमा शंकर प्रसाद, नोडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिन्हा, डॉ मुकुल कुमार सिंह समेत अन्य चिकित्सकों व विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की. बैठक में प्रधान सचिव ने आवश्यक निर्देश देने के उपरांत चलें. इस दौरान प्रधान सचिव ने पत्रकारों को कुछ से बोलने से इन्कार करते हुए कहा कि अभी कार्य करना है.
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अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि बैठक में प्रधान सचिव ने अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता, मरीजों के बेहतर उपचार कैसे हो, इसके लिए योजना की जानकारी ली. जिसमें डॉक्टरों ने भी अपने सुझाव दिये. मृतक मरीजों के शव बेड पर पड़े होने के मामले में मैन पावर की कमी बतायी गयी, अब शव उठाने के लिए दस लोग कार्य कर रहे है. इनको रोस्टर में ड्यूटी तीनों पालियों में लगाया गया है.
अधीक्षक ने बताया कि ऑक्सीजन पाइप लाइन विस्तार का कार्य चल रहा है. हर बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति पाइप लाइन से होगी, अभी 165 बेड पर सुविधा है. अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले, इसके लिए आवश्यक निर्देश प्रधान सचिव की ओर से दिया गया है. बैठक के दरम्यान उपचार में आने वाली समस्याओं को भी डॉक्टरों ने रखा. इसमें उपकरण व जरूरतों को पूरा करने की बात कही गयी.
Posted By : Thakur Shaktilochan Shandilya