Cpi Leader Passes Away: पटना. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कद्दावर नेता अतुल अंजान का शुक्रवार की सुबह को 61 साल की उम्र में निधन हो गया. वो कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. उन्हें एडवांस स्टेज का कैंसर था, जिसका वह बीते एक महीने से लखनऊ के गोमतीनगर स्थित मेयो अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रहे थे. इलाज के दौरान ही अतुल अंजान ने अस्पताल में आखिरी सांस ली.
20 साल की उम्र में शुरू की राजनीतिक सफर
1977 में लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले अतुल अंजान भारतीय वामपंथी राजनीति में एक बड़ा नाम थे. अतुल अंजान ने 20 साल की उम्र में सबसे पहले छात्र राजनीति में कदम रखा था. वह नैशनल कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष बने और इसके बाद चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव जीता था. तेज तर्रार छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले अतुल अंजान ने अपनी भाषण कला के जरिए राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल की थी.
चार साल काटी जेल की सजा
आधा दर्जन भाषाओं की जानकारी रखने वाले अतुल यूपी के पुलिस-पीएसी विद्रोह के प्रमुख नेताओं में से एक थे. अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने 4 साल की जेल भी काटी है. किसानों और मजदूरों के लिए किए गए उनके संघर्ष के कारण हर दलों और सभी क्षेत्रों के लोगों के मन में उनके लिए विशेष सम्मान था. अतुल अंजान के पिता एपी सिंह ने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन की गतिविधियों में हिस्सा लिया था.