Patna Metro: पटना मेट्रो के भूमिगत कार्य पर गहराया संकट, काम पूरा होने की बढ़ सकती है अवधि
Patna Metro: पटना मेट्रो के निर्माण के दौरान हुए हादसे के बाद भूमिगत रूट पर सभी काम फिलहाल बंद हैं. सुरक्षा मानकों की जांच के बाद ही काम शुरू होगा.
Patna Metro: पटना मेट्रो के भूमिगत रूट पर तेजी से चल रहे काम पर संकट गहरा गया है. अशोक राजपथ पर एनआईटी मोड़ के पास निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में दो मजदूरों की मौत के बाद पटना विश्वविद्यालय से गांधी मैदान रूट के साथ-साथ गांधी मैदान से पटना जंक्शन रूट के बीच चल रहे सुरंग निर्माण को भी रोक दिया गया है. फेज टू के दानापुर-पटना जंक्शन (वाया बेली रोड) पर अभी भूमिगत काम शुरू नहीं हो पाया है. ऐसे में फेज वन में चल रहे भूमिगत काम पर रोक लगने से परियोजना में देरी हो सकती है और इसके पूरा होने की अवधि बढ़ सकती है.
सुरक्षा मानकों की जांच के बाद ही शुरू होगा काम
दरअसल फेज टू में अंडरग्राउंड वर्क चार सेक्शन में हो रहा है. इसमें पहले सेक्शन मोइन उल हक स्टेडियम से पटना विवि तक अंडरग्राउंड खुदाई हो चुकी है, जबकि दूसरे सेक्शन पटना विवि से गांधी मैदान रूट की खुदाई के दौरान ही एनआइटी मोड़ के पास टनल के अंदर हादसा हुआ, जिसमें कई मजदूर बुरी तरह प्रभावित हुए. इस हादसे की वजह से तीसरे गांधी मैदान से पटना जंक्शन (बुद्ध स्मृति पार्क) रूट पर टनल निर्माण कार्य में जुटे श्रमिक आक्रोशित हो गये हैं. फिलहाल इन दोनों रूट पर काम बंद है.
डीएमआरसी के मुताबिक फिलहाल सुरक्षा मानकों की जांच की समीक्षा को लेकर काम बंद किया गया है. जांच पूरी होने के बाद फिर से काम शुरू हो जायेगा. हालांकि जांच कब तक पूरी होगी, इस पर अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं.
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बेली रोड पर अंडरग्राउंड वर्क टेंडर में ही उलझा
फेज वन पर आरपीएस मोड़ से मीठापुर वाया पटना जंक्शन तक मेट्रो रेल अंडरग्राउंड होगी. इस कार्य को जापानी वित्तीय एजेंसी जायका के फंड से पूरा किया जाना है. ऋण राशि को लेकर मार्च 2023 में जायका का बिहार सरकार के साथ समझौता भी हो गया है, लेकिन ऋण की राशि अब तक उपलब्ध नहीं हो सकी है. बीते करीब एक-डेढ़ साल से यह काम टेंडर प्रक्रिया में ही उलझा है. वर्तमान में कुछ कंपनियों ने टेंडर को लेकर आवेदन भरे हैं, लेकिन उनमें से किसी को फाइनल नहीं किया जा सका है. आवंटन के बाद काम शुरू होने में भी समय लगेगा.