संवादादता,पटना गांधी मैदान में आयोजित 40वें सीआरडी पटना पुस्तक मेले के दूसरे दिन पुस्तक प्रेमियों की भीड़ देखने को मिली. कला दीर्घा से लेकर लाइव पेंटिंग के प्रति लोगों का रूझान देखने को मिला. मेले में बिहार सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने गौरैया संरक्षण स्टॉल का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि गौरैया पत्रिका का प्रकाशन फिर से होने लगा है. पुस्तक मेले में प्रभात प्रकाशन के स्टॉल पर सुबोध कुमार नंदन की पर्यटन स्थल और सांस्कृतिक धरोहर के अलावा बिहार के पर्व-त्योहार और खान-पान की पुस्तकें लोगों ने काफी पसंद कीं. मुख्य मंच पर स्कूल उत्सव के तहत स्कॉलर्स अबोड स्कूल के बच्चों की ओर से पटना पुस्तक मेले की थीम ””पेड़ पानी जिंदगी : पर्यावरण सुरक्षा अभी”” पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और झांकी की प्रस्तुति की गयी. इसमें बिहार के लोक आस्था के पर्व छठ की छठा भी दिखायी गयी. इस दौरान बैकग्राउंड म्यूजिक में बज रहे स्व लोक गायिका शारदा सिन्हा के गाने पर बच्चों ने परफॉर्म किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन अध्यक्ष प्रोफेसर रामायण प्रसाद शामिल हुए. कॉफी हाउस चर्चा में पत्रकार प्रताप सोमवंशी ने कहा समाचार में सबकी मन की बात साथ ही कविता में अपने मन की बात लिखीं जाती हैं. पटना पुस्तक मेला में स्व लोकगायिका शारदा सिन्हा की याद में चंद्रप्रभा फ़ाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में लोक गायिका महिमा व रेणु कुमारी, दीप श्रेष्ठ, हृदयनरायण झा से मनोज पांडेय ने बातचीत की. स्त्री नेतृत्व चर्चा का हुआ आयोजन रोटरी चाणक्य की एक्स प्रेसिडेंट डॉ मोनी त्रिपाठी, छपरा की गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ नताशा, महावीर कैंसर अस्पताल की कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ विनीता त्रिपाठी चर्चा में शामिल हुईं. चर्चा में डॉ नताशा ने कहा कि लड़कियों को जरूर पढ़ाएं. कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ विनीता त्रिपाठी ने कहा कि अब भी 30 फीसदी महिलाएं ही डॉक्टर हैं. महिला डॉक्टर नाइट ड्यूटी करने मे अब भी हिचकती हैं. जनसंवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन मेले में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान शिक्षा से रोजगार का सरोकार विषय पर बातचीत हुई. इस संवाद कार्यक्रम में महात्मा गांधी विश्वविद्यालय में पत्रकारिता के प्राध्यापक अरुण भगत और पाटलिपुत्र विवि में हिंदी के सहायक प्राध्यापक कुमार वरुण बतौर अतिथि शामिल हुए. इनसे बातचीत कर रही थीं डॉ माधवी. अरुण भगत ने कहा कि शिक्षा आत्मानुशासन है. सिर्फ रोजगार ही नहीं बल्कि ज्ञान भी महत्वपूर्ण है. मेले में किस्सागो कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कथाकार कमलेश वर्मा, रमेश चंद्रा और उषा झा ने अपनी कहानियों का पाठ किया. कमलेश वर्मा ने पिछवाड़े का डीरमिया, रमेश चन्द्रा ने रुकना नहीं राधिका शीर्षक कहानी का पाठ किया. मौक़े पर अनीश अंकुर ,जयप्रकाश, अनिल अंशुमन,राजनऔर मिथलेश सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे. सिनेमा-उनेमा महोत्सव में बिहार फिल्म नीति पर व्याख्यान पूर्व आइएएस अधिकारी व फिल्म मर्मज्ञ आरएन दास को पटना पुस्तक मेले में चले रहे ””सिनेमा-उनेमा महोत्सव”” के पहले दिन शनिवार को सम्मानित किया गया. सीआरडी अध्यक्ष रत्नेश्वर व बापू टावर के निदेशक विनय कुमार ने संयुक्त रूप से उन्हें सम्मानित किया. ””सिनेमा-उनेमा महोत्सव”” के प्रथम दर्शक सह मुख्य अतिथि विनय कुमार ने कहा कि आरएन दास जैसे सुधि जनों के प्रयासों से ही पटना में गंभीर सिनेमा देखने-दिखाने का प्रचलन हुआ. सिने सोसाइटी पटना के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे आरएन दास ने फिल्म आस्वादन के स्तर को ऊंचा उठाया. ””सिनेमा-उनेमा महोत्सव”” में मिनती चकलानवीस का विशेष व्याख्यान हुआ, जिसका विषय बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति: संभावनाएं व चुनौतियां थीं. इसी कड़ी में शनिवार को बूंद फिल्म दिखायी गयी. इस अवसर पर सिने मर्मज्ञ प्रो. जय मंगल देव, रंगकर्मी नीलेश्वर मिश्र, सनत कुमार, मिथिलेश सिंह, यशवंत मिश्र, सूचना जनसंपर्क अधिकारी रविशंकर उपाध्याय जी, जनसंचार के प्राध्यापक गौरव अरण्य समेत विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
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