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सीयूइटी यूजी : हर विषय के पेपर में 50 क्वेश्चन एमसीक्यू होंगे, एक घंटे में करना होगा हल

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूइटी) यूजी 2025 के हर एक पेपर में आने वाले सभी प्रश्नों का स्तर एनसीइआरटी सिलेबस पर ही आधारित होगा

– सभी सवाल 12वीं एनसीइआरटी से पूछे जायेंगे

-26 विषयों में जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट का स्कोर ही एडमिशन के लिए होगा मान्य

संवाददाता, पटना

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूइटी) यूजी 2025 के हर एक पेपर में आने वाले सभी प्रश्नों का स्तर एनसीइआरटी सिलेबस पर ही आधारित होगा. यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम के हर विषय के पेपर में आने वाले 50 क्वेश्चन एमसीक्यू (मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन) होंगे. वहीं, सीयूइटी 2022 से 2024 तक चले आ रहे जनरल टेस्ट को अब जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट के रूप में री-डिजाइन कर दिया गया है. नये सीयूइटी एग्जाम फॉर्मेट में 20 लैंग्वेज समेत जिन 26 विषयों को हटाया गया है, उनमें एडमिशन के लिए जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट का स्कोर ही मान्य होगा.

26 विषयों में एडमिशन जनरल ऐप्टीट्यूड टेस्ट के जरिये

होगा

इस बार जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट में सबसे ज्यादा आवेदन आने की उम्मीद है. इसका कारण 2025 के लिए एंटरप्रन्योरशिप, टीचिंग ऐप्टीट्यूड, फैशन स्टडीज, टूरिज्म, लीगल स्टडीज, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स और 20 लैंग्वेज (कुछ विदेशी लैंग्वेज) के पेपर हटाये गये हैं. इन 26 विषयों में दाखिला जनरल ऐप्टीट्यूड टेस्ट के जरिये होगा. जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट में जनरल नॉलेज, करंट अफेयर्स, जनरल मेंटल एबिलिटी, न्यूमेरिकल एबिलिटी, क्वांटिटेटिव रीजनिंग (सिंपल ऐप्लिकेशन ऑफ बेसिक मैथेमेटिकल काॅन्सेप्ट अर्थमैटिक्स, अलजेबरा, जियोमेट्री) और लॉजिकल एंड एनालिटिकल रीजनिंग को शामिल किया गया है. यह पेपर भी दूसरे पेपरों की तरह एक घंटे का ही होगा. इस बार क्वेश्चन पेपर में कोई च्वाइस नहीं होगी और सभी क्वेश्चन को हल करना जरूरी होगा.

एप्लीकेशन बेस्ड क्वेश्चन पर ध्यान देने की सलाह

सीयूइटी यूजी की तैयारी को लेकर यूजीसी अध्यक्ष प्रो एम जगदीश कुमार ने स्टूडेंट्स को सलाह दी है कि सीयूइटी यूजी परीक्षा 2025 की तैयारी करते वक्त एनसीइआरटी की किताबों को ही प्राथमिकता दें. गौरतलब है कि यूजीसी ने इस बार सीयूइटी के लिए एकरूपता का फॉर्मूला लागू किया है. इसी कड़ी में अब सभी 37 पेपरों में एमसीक्यू ही आयेंगे. साथ ही सिलेबस में बदलाव नहीं किया गया है. हर पेपर के लिए एनसीइआरटी की किताबों से ही सवाल आयेंगे. प्रो कुमार ने कहा कि 12वीं का सिलेबस सबसे अहम है. अगर स्टूडेंट्स ने एनसीइआरटी की किताबों में दिये गये प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर दिया और हर चैप्टर को अच्छी तरह से पढ़ लिया, तो उसे कोचिंग की जरूरत ही नहीं होगी. इसके अलावा यूजीसी अध्यक्ष ने छात्रों को ऐप्लीकेशन बेस्ड क्वेश्चन की खूब तैयारी करने की सलाह दी है.

पांच विषय चुनने की होगी आजादी

पिछले वर्षों के आंकड़े देखें तो एक छात्र औसतन 4 विषय चुनते हैं. सीयूइटी 2024 में छह विषय चुनने की आजादी थी, जो अब पांच विषय तक कर दी गयी है. इंग्लिश में सबसे ज्यादा आवेदन होते हैं, क्योंकि ग्रेजुएशन लेवल पर किसी भी कोर्स में एडमिशन के लिए इंग्लिश के नंबर देखे जाते हैं. उसके बाद जनरल टेस्ट के लिए आवेदन होते हैं. केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स- अप्लाइड मैथेमेटिक्स, बायोलॉजी, इकोनॉमिक्स, हिंदी, बिजनेस स्टडीज के विषयों के लिए ज्यादा आवेदन आते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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