सीयूइटी यूजी : अगस्त से नये शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई

सभी यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों में नया शैक्षणिक सत्र 2024-25 की पढ़ाई हर हाल में अगस्त के पहले सप्ताह में शुरू कर देनी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 2, 2024 11:43 PM

संवाददाता, पटना सभी यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों में नया शैक्षणिक सत्र 2024-25 की पढ़ाई हर हाल में अगस्त के पहले सप्ताह में शुरू कर देनी है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रो एम जगदीश कुमार ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जून के मध्य तक सीयूइटी यूजी 2024 का रिजल्ट जारी करेगा. उसके बाद यूनिवर्सिटियों में एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. इसी के आधार पर अगस्त के पहले सप्ताह तक कक्षाएं शुरू करने की तैयारी हैं. सभी यूनिवर्सिटियों में ग्रेजुएशन और पीजी का शैक्षणिक सत्र 2024-25 अगस्त के पहले हफ्ते से शुरू करने को कहा है. करीब 261 यूनिवर्सिटी सीयूइटी यूजी 2024 की मेरिट से ग्रेजुएशन स्तर के विभिन्न कोर्स में एडमिशन देंगे. इसके साथ ही सभी यूनिवर्सिटियों को जून के अंत तक ग्रेजुएशन और पीजी के रिजल्ट जारी करने का निर्देश दिया गया है. इससे स्टूडेंट्स को प्रवेश प्रक्रिया और सेमेस्टर की तैयारी पूरी करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. इसके साथ ही व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रोजेक्ट वर्क और इंटर्नशिप के लिए दो हफ्ते का और समय देने का भी आग्रह किया गया है. 261 से अधिक यूनिवर्सिटियों में ग्रेजुएशन और पीजी प्रोग्राम में पहले वर्ष में एडमिशन सीयूइटी की मेरिट से मिलेगा. इसके साथ यूजीसी ने कहा है कि दूसरे, तीसरे, चौथे वर्ष के छात्र सेमेस्टर परीक्षा देंगे. इसका रिजल्ट जून अंत तक जारी करने को कहा गया है. इस प्रकार उच्च शिक्षण संस्थानों के पास जून अंत से लेकर अगस्त के पहले हफ्ते के बीच छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने और नये सेमेस्टर की तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय होगा. प्रो कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में चार करोड़ से अधिक सीट हैं. चार करोड़ छात्र विभिन्न डिग्री प्रोग्राम में रजिस्ट्रर्ड हैं, जबकि करीब 3.41 करोड़ छात्र अपनी पहली डिग्री प्राप्त कर रहे हैं. विश्वविद्यालयों को सीट बढ़ाने की स्वायत्ता भी दी गयी है. एनइपी 2020 के तहत छात्रों को तीन वर्षीय, चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम चुनने की आजादी है. एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में छात्र कोई भी कोर्स करते हैं, उसके क्रेडिट एबीसी में जुड़ेंगे. प्रो कुमार ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024 से देश का पहले इ-विश्वविद्यालय के रूप में राष्ट्रीय डिजिटल विश्वविद्यालय शुरू करने की तैयारी चल रही है. यह दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन विश्वविद्यालय होगा. इस विवि में उच्च शिक्षण संस्थान, उद्योग और एडूटेक प्लेटफॉर्म को एक साथ लाना है. इसका मकसद छात्रों को ग्रामीण, दूर-दराज और कामकाजी पेशेवरों को घर बैठे गुणवत्ता युक्त सस्ती शिक्षा मुहैया करवाना है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version