साइबर क्राइम: आर्मी ऑफिसर बन अस्पतालकर्मी और एमबीबीएस छात्र से कर ली ठगी, एडवांस देने के नाम पर की निकासी
साइबर बदमाशों द्वारा महिला गरिमा कुमारी से एनी डेस्क डाउनलोड करा कर खाते से 1.37 लाख की राशि निकासी के मामले में गुरुवार को पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
पटना. साइबर बदमाशों ने नये-नये तरीके से ठगी करने के मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं. इस बार साइबर बदमाश ने एक अस्पताल कर्मी को 13 हजार का और एमबीबीएस छात्र को 1.80 लाख का चूना लगा दिया. खास बात यह है कि दोनों से बदमाश ने आर्मी ऑफिसर बन कर बात की और झांसा दे दिया. जानकारी के अनुसार, कदमकुआं इलाके में अस्पताल कर्मी अशोक कुमार को फोन कर साइबर बदमाश ने यह जानकारी दी कि उनके अस्पताल में 50 जवानों की हेल्थ चेकअप कराना है और फीस भी पूछ ली.
एडवांस देने के नाम पर निकासी
सब कुछ तय करने के बाद उसने एडवांस देने के नाम पर अशोक को एक लिंक भेज दिया. जिसे अशोक ने क्लिक किया तो उनके खाते से 13 हजार की निकासी हो गयी. इसी प्रकार, श्रीकृष्णापुरी इलाके के आनंदपुर के एमबीबीएस छात्र से किरायेदार बन कर बात की और उनके घर को किराये पर लेने की इच्छा जतायी. इसके साथ ही उसने स्कैन करने के लिए कुछ भेजा और यह बताया कि ऐसा करने पर उसे एडवांस की राशि मिल जायेगी. एमबीबीएस छात्र ने अपने मोबाइल फोन से उसे स्कैन किया और 1.80 लाख रुपये निकासी का मैसेज आ गया.
1.37 लाख रुपये की निकासी के मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज
पटना. साइबर बदमाशों द्वारा महिला गरिमा कुमारी से एनी डेस्क डाउनलोड करा कर खाते से 1.37 लाख की राशि निकासी के मामले में गुरुवार को पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. जानकारी के अनुसार, वे अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बिजली बिल जमा कर रही थीं. उनका क्रेडिट कार्ड एचडीएफसी बैंक का था.
बिजली बिल जमा करने में परेशानी हुई, तो उन्होंने एचडीएफसी बैंक के कस्टमर केयर का नंबर गूगल सर्च कर निकाला. लेकिन वह नंबर बदमाशों ने खुद ही डाल रखा था. इसके बाद कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बन कर बदमाशों ने उन्हें पहले लोन लेने का झांसा दिया. लेकिन जब गरिमा तैयार नहीं हुईं, तो फिर उन लोगों ने एनी डेस्क एप को डाउनलोड करा लिया.