फोन आने पर करेंगे गैस का पेमेंट तो खाली हो जाएगा खाता, साइबर ठगों ने पटना में ऐसे उड़ाए 18 लाख
Cyber Crime: साइबर शातिरों ने गैस का बिल पेमेंट करने के नाम पर पटना के दो लोगों से 18.42 लाख रुपये की ठगी कर ली है. इस संबंध में दोनों ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है.
Cyber Crime: साइबर शातिरों ने गैस का बिल पेमेंट करने के नाम पर पटना के दो लोगों से 18.42 लाख रुपये की ठगी कर ली है. इस संबंध में दोनों ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है. जानकारी के अनुसार मजिस्ट्रेट कॉलोनी निवासी दीपक चंद्रा को अंजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने अपने आप को गेल इंडिया का अधिकारी बताकर कहा कि आपका गैस का पेमेंट नहीं हुआ है. इसके बाद एक लिंक भेजकर पेमेंट करने को कहा. पेमेंट कर ही रहे थे कि मोबाइल हैंग करने लगा. इसके बाद 9 लाख 42 हजार रुपये की ठगी कर ली है.
इसी तरह शास्त्रीनगर इलाके के सीडीए कॉलोनी के रहने वाले अमरेंद्र कुमार को भी अंजान नंबर से कॉल आया और पेमेंट करने के नाम पर उनसे भी 9 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी. इस संबंध में दोनों ने साइबर थाना में मामला दर्ज करवाया है.
रेटिंग कर पैसा कमाने का झांसा देकर 9 लाख रुपये की ठगी
फुलवारी के रहने वाले मो. नफीस आलम से साइबर शातिरों ने होटलों का रेटिंग देकर पैसा कमाने का झांसा दिया और खाते से पांच लाख 74 हजार रुपये की ठगी कर ली है. उन्होंने बताया कि अंजान नंबर से एक लिंक आया. लिंक पर क्लिक किया तो पता चला कि रेटिंग कर पैसा कमाया जा सकता है. दो तीन बार रेटिंग करने पर पैसा दिया भी. इसके बाद पांच लाख 74 हजार 334 रुपये ट्रांसफर दिया. इसी तरह दीघा कुर्जी के रहने वाले अनुप कुमार तिवारी को भी एक लिंक आया. लिंक पर रेटिंग कर पैसा कमाने के बारे में बताया गया. शुरुआत में रेटिंग पर कुछ मुनाफा भी आया. इसके बाद अधिक मुनाफा का लालच देकर तीन लाख 34 हजार रुपये की ठगी कर ली है.
Also Read: बिहार के इस पुस्तकालय में आज भी सुरक्षित है नेताजी का संदेश, जिसे दूर-दूर से पढ़ने आते हैं लोग
एयरपोर्ट पर जॉब देने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी
कंकड़बाग के रहने वाले तरुण कुमार से साइबर शातिरों ने एयरपोर्ट में जॉब दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी की है. उन्होंने इस संबंध में साइबर थाना में मामला दर्ज करवाया है. उन्होंने बताया कि पैसा लेने के बाद शातिर ने मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया. कई बार कॉल करने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया तो साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी.