पटना में यूपी पुलिस ने कोचिंग संचालक को किया गिरफ्तार, साइबर अपराधियों का है साथी
यूपी पुलिस ने कोचिंग संचालक के संबंध में पूरी जानकारी पहले से इकट्ठी कर रखी थी. इसके बाद यूपी पुलिस ने गांधी मैदान थाने की पुलिस के साथ जाल बिछाया और कोचिंग संचालक को एक काम से गांधी मैदान के गेट नंबर आठ पर बुलाया.
पटना. यूपी के जालौन में हुई लाखों की साइबर जालसाजी के मामले के तार भी पटना से जुड़ गये हैं. यूपी पुलिस मंगलवार को पटना पहुंची और गांधी मैदान इलाके से खेमनीचक बेइमान टोला में स्थित कोचिंग संस्थान के संचालक मनोज कुमार को पकड़ लिया. मनोज के खाते में साइबर बदमाशों ने 1.90 लाख रुपये स्थानांतरित किये थे. इसके साथ ही यूपी पुलिस ने दीघा के पोलशन रोड, पत्रकार नगर के चित्रगुप्त नगर इलाके में भी छापेमारी की. इन जगहों पर साइबर बदमाशों के रहने की जानकारी मिली है. इन सभी के खाते में जालसाजी की रकम आने के कारण यूपी पुलिस को इनकी संलिप्तता की जानकारी मिली.
चालाकी से बुलाया गया गांधी मैदान इलाके में
यूपी पुलिस ने कोचिंग संचालक के संबंध में पूरी जानकारी पहले से इकट्ठी कर रखी थी. इसके बाद यूपी पुलिस ने गांधी मैदान थाने की पुलिस के साथ जाल बिछाया और कोचिंग संचालक को एक काम से गांधी मैदान के गेट नंबर आठ पर बुलाया. वह जैसे ही पहुंचा, वैसे ही पकड़ लिया गया. मनोज खेमनीचक का रहने वाला है और एक कोचिंग संस्थान का संचालन करता है. सूत्रों का कहना है कि गिरोह में शामिल तीन अन्य बदमाशों की तलाश में यूपी पुलिस मंगलवार की देर रात तक पटना के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही थी.
दस फीसदी कमीशन पर खाता ऑपरेट करने की देते हैं इजाजत
साइबर बदमाशों को लोग दस फीसदी कमीशन पर अपना खाता भी ऑपरेट करने की इजाजत देते हैं. साइबर बदमाश उक्त खाते में जालसाजी की रकम स्थानांतरित करते हैं और कुल रुपये का दस फीसदी खाता धारक को दिया जाता है. इसी तरह के एक खाता धारक को अरुणाचल पुलिस की टीम कंकड़बाग इलाके से हाल के दिनों में गिरफ्तार कर चुकी है.
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फर्जी कॉल सेंटर भी चलाये जाने की मिली है जानकारी
सूत्रों के अनुसार, यूपी पुलिस के पास कुछ ऐसी भी जानकारी है कि पटना में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है. जहां से साइबर जालसाजी का गोरख धंधा किया जा रहा है. हालांकि इस संबंध में फिलहाल यूपी पुलिस पटना पुलिस के सहयोग से जांच में लगी थी.