Cyber Hackers, Debit Card, Credit Card Frauds, How To Protect From Being Hacked: हैकर्स अब बैंक अकाउंट से पैसे उड़ाने के लिए अलग तरीका अपना रहे हैं. वे एकाउंट की जानकारी को फ्रीज कर रहे हैं. दरअसल जब आप बैंक अकाउंट से पैसे निकालते हैं, तो मोबाइल पर एसएमएस आ जाता है. इसके अलावा बैंक अकाउंट स्टेटमेंट में भी इसके बारे में पता चल जाता है.
लेकिन, अब हैकर्स ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है. वह अकाउंट बैलेंस और ट्रांजेक्शन से जुड़ी जानकारी को फ्रीज कर देते हैं और अकाउंट से पैसा निकाल लेते हैं. ऐसे फ्रॉड को साइबर अपराध की दुनिया में मॉस्किंग फ्रॉड कहते हैं. लगातार इस तरह की घटना हो रही है. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि पैसा कैसे निकला? साइबर सेल में जाने पर इसकी जानकारी हो रही है कि पैसा कैसे निकला है.
कोई कॉल नहीं, कोई संपर्क नहीं फिर भी हैकर्स बैंक खाता को हैक करके खाताधारकों को कंगाल बना दे रहे हैं. सूबे में प्रतिदिन ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं. बैंक ऐसे मामले में पहले ही हाथ खड़ा कर ले रहा है. वहीं, थाने पर तो पहले केस नहीं दर्ज हो रहे हैं. साइबर सेल की मानें, तो प्रति माह 20-25 केस सामने आ रहे हैं.
साइबर अपराध से जुड़े हैकर्स आपके क्रेडिट कार्ड से बिना जानकारी के आपके अकाउंट से पैसा निकाल लेते हैं. शुरुआत में आपके अकाउंट से छोटी रकम निकाली जाती है, जो कि 60-70 रुपये के आसपास होती है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह रकम आपके क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में एक्सट्रा चार्ज के रूप में दिखाई देता है, जिसे खाताधारक समझ नहीं पाते हैं.
उनको लगता है कि बैंक ने कोई चार्ज काट लिया है. ऐसा करके हैकर्स यह जानकारी लेते हैं कि आपका क्रेडिट कार्ड प्रयोग में है या नहीं. इसके बाद साइबर अपराधी क्रेडिट कार्ड से खरीदारी कर लेते हैं.
Posted By: Sumit Kumar Verma