साबइर फ्रॉड का जाल: पांच छात्रों ने बनाया गिरोह, हर माह एक करोड़ से अधिक की कमाई, जानें पूरा खेल
पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो कुंदन ने बताया कि नालंदा से स्नातक तक पढ़ाई की. इसी दौरान उसने कतरीसराय के रहने वाले चंदन कुमार से साइबर फ्रॉड करने की ट्रेनिंग ली. फिर उसी के साथ मिल कर पांच स्नातक पास छात्रों का गिरोह बना लिया.
पटना. पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने तीन महीने में सातवीं बार एक और साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया है. इस बार पुलिस ने कमीशन पर काम करने वाला नहीं, बल्कि खुद लोगों से साइबर ठगी करने वाला सरगना स्नातक पास छात्र को पकड़ा है. गिरफ्तार आरोपित कुंदन कुमार नालंदा के बिहारशरीफ स्थित मुड़ौरा डीह का रहने वाला है. इसके पास से 33 अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, 9 पासबुक और तीन चेक बुक मिले हैं. इसके अलावे एक लाख रुपये कैश के साथ एक मोबाइल को भी जब्त किया गया है.
पांच स्नातक पास छात्रों का गिरोह…
पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो कुंदन ने बताया कि नालंदा से स्नातक तक पढ़ाई की. इसी दौरान उसने कतरीसराय के रहने वाले चंदन कुमार से साइबर फ्रॉड करने की ट्रेनिंग ली. फिर उसी के साथ मिल कर पांच स्नातक पास छात्रों का गिरोह बना लिया. चंदन ने इस गिरोह का मुख्य सेंटर पटना के जगनपुरा स्थित एक फ्लैट में खोल लिया और ठगी का खेल शुरू कर दिया. पुलिस जब फ्लैट में छापेमारी करने गयी तो वहां ताला मारा गया था. सोमवार को फ्लैट को चेक किया जायेगा और वहां के सभी सामान को जब्त किये जायेंगे. थानाध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को सभी एटीएम कार्ड के अकाउंट को खंगाला जायेगा.
चंदन गांव के गरीब लोगों का कमीशन पर खुलवाता था अकाउंट
इस गिरोह में शामिल पांचों अपराधियों के अलग-अलग काम थे. मुख्य सरगना चंदन नालंदा में अलग-अलग गांव से गरीब लोगों का कमीशन के नाम पर खाता खुलवाता था. इसके बाद उन खातों को पटना में बैठे अपने साथियों को भेजता था. पटना बैठे अन्य साइबर शातिर मोबाइल और लैपटॉप से लोगों को ठगते थे और एक सदस्य हर दिन पैसा निकासी करते थे. पुलिस को पता चला कि हर साइबर शातिर के पास चार पहिया व दो पहिया वाहन के साथ-साथ जमीन, मकान व अकाउंट में लाखों रुपये हैं. चंदन अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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पुलिस को देख भागने लगा
दरअसल शनिवार को पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती अपने अन्य दो सिपाही श्रवण व सोनू के साथ गश्ती करने निकले थे. शाम साढ़े छह बजे के करीब केंद्रीय विद्यालय मोड़ स्थित एचडीएफसी बैंक के पास संदिग्ध व्यक्ति दिखा. पीठ पर बैग टांगे हुए शख्स पुलिस को देख गली में घुस गया, फिर वहां से भागने लगा. यह देख सिपाही व थानाध्यक्ष गाड़ी से उतर दौड़ा कर उसे पकड़ लिया. तलाशी के दौरान उसके पैकेट से दो एटीएम कार्ड निकले और बैग से 31 एटीएम कार्ड,चेक बुक और पासबुक मिले. इसके अलावे एक लाख रुपये कैश भी बरामद हुआ.
सिर्फ दो एटीएम कार्ड से निकाले थे एक लाख
पुलिस को हैरानी तब हुई कि महज दो एटीएम कार्ड जो आरोपित के पैकेट से बरामद हुआ उसी का इस्तेमाल किया गया और एक लाख रुपये निकाला गया है. साइबर फ्रॉड कुंदन हर महीने एक करोड़ रुपये से अधिक साइबर फ्रॉड करता था. इसके बाद उस पैसे से जमीन व अन्य सामान खरीदता था.