साइबर ठगों का बिहार के इन बैंकों में है एकाउंट, EOU ने गृह मंत्रालय को लिखा खत

Cyber Crime: सबसे अधिक 6 बैंक शाखाएं पटना में अलग-अलग स्थानों पर मौजूद विभिन्न बैंकों की हैं. इनमें ज्यादातर निजी बैंकों की शाखाएं हैं. इसके अलावा सीवान, पूर्णिया और बेतिया की बैंक शाखाएं शामिल हैं.

By Ashish Jha | January 9, 2025 8:40 AM

Cyber Crime: पटना. बिहार में एक साल के अंदर साइबर अपराधों में तीन गुनी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. ऐसे में साइबर अपराधियों की धड़पकड़ के लिए बिहार पुलिस दिन रात एक कर रखी है. बिहार में उनके खाते की पहचान शुरू हो गई है. आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने ज्यादा संदिग्ध खातेवाले दस बैंक शाखाओं की पहचान कर ली है, जिन में साइबर अपराधियों के खाते संचालित होने की आशंका है. ईओयू ने केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर इन पर कार्रवाई का अनुरोध किया है.

अधिकतर संदिग्ध खाता निजी बैंकों में

बताया जाता है कि इन दस बैंक शाखाओं में म्यूल बैंक खाते या साइबर अपराध में ठगी की जानेवाली राशि को जमा करने के लिए संदिग्ध बैंक खाते सर्वाधिक संख्या में खोले गए हैं. इनमें सबसे अधिक 6 बैंक शाखाएं पटना में अलग-अलग स्थानों पर मौजूद विभिन्न बैंकों की हैं. इनमें ज्यादातर निजी बैंकों की शाखाएं हैं. इसके अलावा सीवान, पूर्णिया और बेतिया की बैंक शाखाएं शामिल हैं. इन बैंक शाखाओं में दर्जनों म्यूल खाते या साइबर ठगी की राशि का लेन-देन करने के लिए संदिग्ध बैंक खाते खोले गए हैं.

इनके खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध

ईओयू के सूत्रों की मानें तो इन म्यूल खातों में बड़ी संख्या में संदिग्ध लेन-देन हुई है. ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने इन बैंक शाखाओं और इनमें खोले गए म्यूल खातों की पहचान कर इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) के अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय एवं केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पत्र लिखा है. बिहार में ऐसे अन्य बैंक शाखाओं की भी पहचान की जा रही है, ताकि ऐसे म्यूल खातों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके. ईओयू इन सभी संदिग्ध खातों से हुए सभी लेन-देन की जांच करने में जुटा हुआ है. इतनी बड़ी संख्या में इन संदिग्ध खातों को खोलनेवाले बैंक शाखाओं से भी कारण पूछा जाएगा.

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