पटना : जेइइ मेन, नीट और एनडीए परीक्षा में शामिल होनेवाले परीक्षार्थियों को लेकर चलायी गयीं परीक्षा स्पेशल ट्रेनें 15 सितंबर को बंद किये जाने के बाद 17 सितंबर से स्पेशल इंटरसिटी ट्रेनों का परिचालन रेलवे की ओर से कराया जा रहा है. मालूम हो कि परीक्षा को लेकर रेलवे ने 20 जोड़ी मेमू व आठ जोड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन कराया था.
मेमू और इंटरसिटी एक्सप्रेस बंद किये जाने के बाद स्पेशल इंटरसिटी ट्रेनें चलाये जाने से यात्रियों को सात गुना तक किराया वहन करना पड़ रहा है. मेमू ट्रेनों के चलने से जहां पटना से पुनपुन और पुनपुन से पटना आने-जाने के लिए मात्र 10 रुपये के टिकट लगते थे. वहीं, स्पेशल इंटरसिटी ट्रेनों से आने-जाने में 70 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
मोकामा-पटना, गया-पटना, बक्सर-पटना, राजगीर-पटना आदि रेलखंडों पर बड़ी संख्या में दैनिक यात्रियों की आवाजाही होती है. इन रूटों से दैनिक यात्री पटना पहुंचते है और दिन भर अपना काम करने के बाद शाम को अपने शहर लौट जाते हैं. 15 दिनों तक मेमू ट्रेनों का परिचालन होने से दैनिक यात्रियों का पटना आना-जाना आसान हो गया था.
मेमू ट्रेनों के बंद होने के बाद स्पेशल इंटरसिटी ट्रेनों के चलाये जाने से दैनिक यात्रियों की परेशानी अब बढ़ गयी है. पहले जहां मेमू ट्रेन से पटना आने के लिए 10 रुपये खर्च करने पड़ते थे. वहीं, पटना-गया-भभुआ इंटरसिटी ट्रेन से 70 रुपये का टिकट लेना पड़ रहा है.
मेमू ट्रेनों का परिचालन बंद होने के बाद पटना-जयनगर-पटना, पटना-कटिहार-पटना, पटना-सहरसा-पटना, पटना-भभुआ रोड-पटना आदि रेलखंड पर स्पेशल इंटरसिटी ट्रेनें चलायी जा रही हैं. इन स्पेशल ट्रेनों के जनरल डिब्बे का न्यूनतम किराया 70 रुपये और एसी चेयरकार में न्यूनतम किराया 500 से 550 रुपये निर्धारित किया गया है.
न्यूनतम किराया 70 रुपये होने से दैनिक रेलयात्रियों को अधिक किराया देकर सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड से मेमू ट्रेनों के परिचालन की अनुमति नहीं मिली है. केवल कुछ रेलखंडों पर सीमित संख्या में स्पेशल इंटरसिटी चलाने की अनुमति मिली है. रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर इंटरसिटी ट्रेनें चलायी जा रही हैं.